#अपराध
May 29, 2025
विमल नेगी केस- पत्नी के लगाए सभी आरोप सही, दी जाती थी गालियां- फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट में खुलासे
चीफ इंजीनियर विमल नेगी की पत्नी के आरोप सही पाए गए
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शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) में दिवंगत चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में फैक्ट फाइंडिंग जांच की रिपोर्ट सामने आ गई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने यह रिपोर्ट हाईकोर्ट में जस्टिस अजय मोहन गोयल की अदालत में पेश की, जिसमें विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी द्वारा लगाए गए ज्यादातर आरोपों को सही पाया गया है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि HPPCL दफ्तर का माहौल तनावपूर्ण था और केवल विमल नेगी ही नहीं, बल्कि अन्य कर्मचारी भी मानसिक दबाव में थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि HPPCL के सीनियर मैनेजर (इलेक्ट्रिक) ने बयान दिया कि डायरेक्टर देसराज शर्मा, चीफ इंजीनियर विमल नेगी को बार-बार “ब्रेनलेस पर्सन” कहकर बुलाते थे। देसराज रोजाना 10 से 15 बार उन्हें अपने कार्यालय में बुलाते थे और फाइलें लेकर देर तक खड़े रखते थे। रिपोर्ट के अनुसार, देसराज कभी NIT हमीरपुर में विमल नेगी के जूनियर रह चुके थे।
HPPCL के प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा और डायरेक्टर शिवम प्रताप सिंह पर भी कार्यालय में अभद्र व्यवहार और दफ्तर में असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के आरोप रिपोर्ट में दर्ज हैं। महिला कर्मचारियों ने भी बताया कि उन्हें कई बार रात 9-10 बजे तक कार्यालय में रुकना पड़ता था।
विमल नेगी को छुट्टी नहीं दी जाती थी, छुट्टी मांगने पर धमकियां मिलती थीं।
रात 2:30 बजे तक उन्हें काम करवाया गया।
महिला कर्मचारी भी देर रात तक ऑफिस में रुकती थीं।
मेडिकल लीव पर जाने के बाद भी वापसी के लिए दबाव डाला गया।
आकस्मिक अवकाश के दौरान लगातार फोन कर परेशान किया गया।
किरण नेगी के अनुसार, ट्रांसफर की मांग पर कहा गया कि मीणा ट्रांसफर नहीं होने देगा।
पेेखुवाला प्रोजेक्ट की रेवेन्यू रिपोर्ट को बढ़ाकर पेश करने का दबाव डाला गया।
देसराज द्वारा बार-बार "ब्रेनलेस" कहने की पुष्टि हुई।
महिला अधिकारी के अनुसार, तीनों अफसरों के आने के बाद माहौल बिगड़ा।
देसराज कर्मचारियों को चार्जशीट की धमकी देते थे।
एमडी हरिकेश मीणा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि देसराज किसी के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी नकारा कि देर रात तक काम करवाया जाता था। वहीं, डायरेक्टर शिवम प्रताप ने भी सभी आरोपों से अनभिज्ञता जताई। देसराज ने कहा कि उन्होंने कभी ब्रेनलेस या गधा जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया और उनके विमल नेगी से अच्छे संबंध थे।
10 मार्च को लापता हुए विमल नेगी का शव 18 मार्च को गोबिंदसागर झील में मिला था। 19 मार्च को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने HPPCL कार्यालय के बाहर शव के साथ धरना दिया, जो रात 10 बजे तक चला। उसी दिन न्यू शिमला थाने में केस दर्ज हुआ और ACS को जांच सौंपी गई।
हाईकोर्ट ने मामले की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंप दी है। CBI ने दिल्ली में केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।