बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में बस स्टैंड पर खड़ी एक एचआरटीसी की बस में प्रेमी जोड़ा बैठा हुआ था। जब बस का कंडक्टर वहां पहुंचा तो खाली बस में प्रेमी जोड़ को देख कर उन्हें बस से उतरने को कहा, लेकिन कंडक्टर की बात पर युवक भड़क गया और उसने एचआरटीसी कंडक्टर से मारपीट कर दी। जिसके बाद मौके पर काफी लोग एकत्रित हो गए और पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
घुमारवीं बस अड्डे का मामला
दरअसल बिलासपुर जिला के घुमारवीं बस अड्डा में शनिवार को यह घटना सामने आई। मौके पर पहुंची पुलिस प्रेमी जोड़ और एचआरटीसी बस परिचालक को थाने ले गई और वहां दोनों पक्षों से पूछताछ की गई। जिसके बाद दोनांे पक्षों के बीच समझौता हो गया और मामला रफा दफा कर दिया गया। लेकिन बस अड्डे पर इस तरह खुलेआम बसों में प्रेमी जोड़ों का बैठना और परिचालकों के साथ मारपीट की घटना ने बस अड्डा में सुरक्षा की पोल खोल दी है।
बसों में अकसर पाए जाते हैं प्रेमी जोड़े
परिवहन निगम के कर्मचारियों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है, ऐसी घटनाएं यहां आम हो गई हैं। स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी के समय जब भीड़ बढ़ जाती है, उस दौरान तो ऐसी घटनाएं आम बात है। बसों में प्रेमी जोड़ों का आपत्तिजनक अवस्था में पाया जाना और स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। जब कर्मचारी इन्हें रोकने का प्रयास करते हैं, तो उनके साथ झगड़ा किया जाता है।
पुलिस प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
अब सवाल यह उठता है कि जब बस अड्डे पर ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं, तो पुलिस और प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है। क्या पुलिस और प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। स्थानीय दुकानदारों और परिवहन निगम के कर्मचारियों का कहना है कि सुरक्षा की कमी के चलते बस अड्डे पर महिलाएं, छात्राएं अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं।
गश्त की मांग उठाई
वहीं इस बारे में अड्डा प्रभारी जयपाल ने बताया कि हर दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। जब परिवहन विभाग का कोई कर्मचारी हालात संभालने जाता है, तो उनके साथ भी मारपीट की जाती है। उन्होंने कहा कि कई बार पुलिस से बस अड्डा पर पुलिसकर्मी की तैनाती की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अड्डा के आसपास के व्यापारियों ने भी पुलिस की नियमित गश्त की मांग का समर्थन किया है।