#अपराध
September 19, 2025
हिमाचल : नशा सप्लाई कर बनाई लाखों की संपत्ति, पुलिस ने की जब्त; पूरे नेटवर्क की भी खुली पोल
तस्कर से मिली नशीली दवाइयों की खेप
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत सिरमौर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हाल ही में नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए नशा तस्करी से जुड़े गिरोह का खुलासा किया है। इस जानकारी से पुलिस प्रशासन भी हैरान रह गया।
जानकारी के मुताबिक, कुछ समय पहले स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) की टीम ने गश्त के दौरान सिरमौर जिला के रहने वाले आरोपी सुरेंद्र सिंह को नशे की खेप के साथ दबोचा था। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में नशीली दवाइयों की खेप और 16,700 रुपए नकद बरामद किए गए थे।
इस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ पुरुवाला थाना में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया था। जांच के दौरान जब पुलिस ने आरोपी से सख्त पूछताछ की तो चौंका देने वाले खुलासे सामने आए। उसने बताया कि यह अवैध धंधा वह अकेले नहीं कर रहा था, बल्कि कमल कुमार निवासी देहरादून और उसकी पत्नी प्रभा देवी के साथ मिलकर करता था।
आरोपी सुरेंद्र सिंह लंबे समय से इस नेटवर्क के जरिए नशीली दवाओं की सप्लाई कर रहा था और नशे की काली कमाई पर लाखों की संपत्ति खड़ी कर रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच को और गहराई से करने के लिए DSP मुख्यालय रमाकांत ठाकुर की अगुवाई में एक विशेष फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन कमेटी का गठन किया।
इस कमेटी ने आरोपी की संपत्तियों की छानबीन की और पाया कि सुरेंद्र सिंह के पास मौजूद कई संपत्तियां नशे के कारोबार से कमाए गए पैसों से खड़ी की गई हैं। इसके बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए 35.73 लाख रुपए मूल्य की संपत्तियों को जब्त कर लिया।
SP सिरमौर निश्चिंत सिंह नेगी ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि नशे के कारोबारियों पर पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। जिले में चलाए जा रहे इस विशेष अभियान का मकसद युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना और अवैध मादक पदार्थों के नेटवर्क को खत्म करना है। उन्होंने साफ किया कि भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्रवाइयां जारी रहेंगी और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।