#अपराध
July 14, 2025
हिमाचली लड़की, UP का लड़का- किराए के कमरे में छिपा रखी थी चिट्टे की खेप; हुए गिरफ्तार
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर की कार्रवाई- चिट्टा हुआ बरामद
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मौसम कहर बरपा रहा है। बावजूद इसके नशा तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और नशा तस्करी करने के नए-नए बहाने ढूंढ रहे हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के कुल्लु जिले से सामने आया है।
यहां पर प्रसिद्ध पर्यटक नगरी मनाली में पुलिस टीम ने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम ने नशे की खेप के साथ महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम ने ये कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की है। पुलिस टीम को आज गुप्त सूचना मिली थी कि गोंपा रोड पर नवीन पार्किंग के पास रिहायशी मकान में एक लड़का-लड़की के पास नशे की खेप है।
इसी सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घर पर छापा मारा। इस दौरान घर की तीसरी मंजिल पर किराए पर कमरे लेकर रुके लड़का-लड़की की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान पुलिस टीम ने उनके कब्जे 7.14 ग्राम हेरोइन बरामद की।
इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मौके पर ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार की गई लड़की कांगड़ा जिले के टिक्कावनी योल कैंट की रहने वाली है। दूसरा आरोपी विक्रम सिंह उर्फ विक्की (26) निवासी कानपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
मामले की पुष्टि करते हुए DSP मनाली केडी शर्मा ने बताया कि दोनों के खिलाफ NDPS की धारा 21 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। जल्द दोनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि वो ये खेप कहां से लाए थे और कहां लेकर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है, जो अब महज एक अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक संकट का रूप ले चुका है। राज्य के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक ड्रग्स की पहुंच हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि अब इस काले कारोबार में महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की ताजा रिपोर्टों के अनुसार, महिला तस्करों की संलिप्तता खासकर सीमावर्ती जिलों जैसे कांगड़ा, सोलन और ऊना में बढ़ी है। इन महिलाओं को पुलिस की नजर से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अब वे खुद नेटवर्क का हिस्सा बन चुकी हैं। कई मामलों में महिलाएं अपने घरों से ही चिट्टा और अन्य नशीले पदार्थ बेचती पाई गई हैं।