#अपराध
February 22, 2025
हिमाचल: गोभी के खेत में चिट्टा लेते अरेस्ट हुआ JE साहब का लाडला, दोस्तों ने दी दगा- हुए फरार
चिट्टे का टीका और दो इंसुलिन सिरिंज भी हुई बरामद
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में सफेद पाउडर में डूबे युवाओं का भविष्य गर्त में धंसता जा रहा है। लगातार सामने आ रहे चिट्टे के मामलों में जहां महिलाएं संलिप्त पाई जा रही है वहीं परिवार के परिवार भी चिट्टा तस्करी में गिरफ्तार हो रहे हैं। प्रदेश में चिट्टे के ओवरडोज से कई युवाओं ने अपनी जान तक गवां दी है-बावजूद हिमाचल में नशे का प्रचलन अपने चरम पर है।
इसी कड़ी में ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से सामने आया है- जहां पर तीन युवक चिट्टे का सेवन करते हुए पकड़े गए हैं। ग्रामीणों ने युवकों को गोबी के खेत से दबोचा है। युवकों से चिट्टे का टीका और दो इंसुलिन सिरिंज भी बरामद हुई हैं।
आपको बता दें कि मामला बल्ह उपमंडल की सयाह पंचायत के टांवा गांव से सामने आया है। युवक बीते कल यहां पर गोभी के खेत में छिपकर चिट्टे का इंजेक्शन लगा रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने तीनों को दबोच लिया, लेकिन दो युवक किसी तरह मौके से भाग गए। जबकि, एक युवक ग्रामीणों की पकड़ में ही रहा- जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
आरोपी युवकों में से दो युवक बग्गी और एक सयाह पंचायत का ही रहने वाला है। युवकों के पास से आधा ML चिट्टे का टीका और दो अन्य इंसुलिन सिरिंज भी बरामद हुई हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया आरोपी युवक नेरचौक के एक शिक्षण संस्थान से बी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा है। युवक के पिता सरकारी विभाग में JE हैं।
पूछताछ में युवक ने बताया कि वो टांवा गांव के एक तस्कर से चिट्टा खरीद कर लाया था। इसी के आधार पर ग्रामीणों और पुलिस टीम ने तस्कर के घर पर दबिश दी। मगर तस्कर मौके पर मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं पुलिस टीम को उसके घर की तलाशी लेने पर कोई नशा भी नहीं मिला है।
मामले की पुष्टि करते हुए SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि युवक से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अन्य दो युवकों को भी हिरासत में लिया जाएगा। मामले में पुलिस टीम द्वारा जांच की जा रही है। नशे के कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।
विदित रहे कि, पिछले कुछ समय से मंडी जिले से ड्रग्स सेवन करने के कई मामले सामने आ रहे हैं। सुंदरनगर में ही अभी कुछ दिन पहले श्मशानघाट के पास बड़े पैमाने पर इंसुलिन सिरिंज मिली थी। इससे पहले एक मामला ऐसा भी सामने आया था जब एक पंचायत में बच्चों ने अपने माता-पिता को भी चिट्टे की लत लगा दी थी। सलापड़ क्षेत्र में बच्चों ने अपने माता-पिता को नशे का आदि बना दिया है। इस नशे की लत ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है।
चिट्टे की गिरफ्त ना सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी आ चुके हैं। अब तो हालात ऐसे बने हुए हैं कि नशे का इंतजाम करने के लिए कुछ लोग अपने घर के गहने, बर्तन, सामान समेत पेड़-पौधे बेचने को मजूर हो गए हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग रिश्तेदारों से उधार मांग कर चिट्टा मंगवा रहे हैं। हालांकि, पुलिस द्वारा इन तस्करों पर पैनी नजर रखी जा रही है और कई तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।