#अपराध
January 27, 2025
हिमाचल के तस्कर को घर से उठा ले गई हरियाणा पुलिस, साथी ने बताया ठिकाने का पता
तस्कर ने युवक को चरस की खेप करवाई थी उपलब्ध
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे नशे के प्रचलन और तस्करी के लिए हमेशा से ही पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। नशा तस्कर राज्य के दुर्गम इलाकों और पर्यटकों की आड़ में अपने नेटवर्क को फैलाने में कामयाब हो रहे हैं। बहुत बार ऐसे मामले सामने आते हैं- जब नशे की बड़ी डील करने जा रहे तस्कर बीच रास्ते में पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं।
इसी कड़ी में ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले से सामने आया है। यहां जिले के एक व्यक्ति को चरखी दादरी स्पेशल स्टाफ पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। व्यक्ति पर आरोप है कि उसने पंजाब में एक व्यक्ति को चरस की खेप उपलब्ध करवाई थी।
मिली जानकारी के अनुसार, बीती 21 जनवरी को स्पेशल स्टाफ टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि चरखी दादरी- झज्जर रोड पर NH152-D फ्लाइओवर के नीचे एक व्यक्ति नशे की खेप के साथ खड़ा हुआ है। ऐसे में पुलिस टीम ने इसी सूचना के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी।
पुलिस टीम को देखकर वहां खड़ा युवक पीछे मुड़कर जाने लगा। मगर पुलिस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे तलाशी के लिए रोक लिया। पुलिस को देखकर युवक के पसीने छूट गए। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को उसके कब्जे से 2 किलो 300 ग्राम चरस बरामद हुई।
इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और खेप को भी अपने कब्जे में ले लिया। आरोपी की पहचान रोहतक के रहने वाले गोपाल के रूप में हुई। वर्तमान में गोपाल दिल्ली में रह रहा था।
पुलिस टीम ने कार्रवाई अमल में लाते हुए गोपाल के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस कस्टडी में आरोपी से गहनता से पूछताछ की गई- तो आरोपी ने बताया कि वो ये खेप पंजाब से लेकर आया था। उसे ये खेप कुल्लू के व्यक्ति ने उपलब्ध करवाई थी। आरोपी की निशानदेही पर चरखी दादरी पुलिस टीम ने कुल्लू पहुंचकर आरोपी को घर से गिरफ्तार कर लिया। अब दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं और दोनों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर उनके साथ इस काले कारोबार में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा। उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में किसी बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
वहीं, लोगों का कहना है कि हिमाचल की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से सटी हुई हैं- जहां से नशीले पदार्थों की तस्करी आसानी से हो रही है। पंजाब और हरियाणा से चरस, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स की खेप हिमाचल तक पहुंचाई जाती है। विशेष रूप से कुल्लू, मनाली, मंडी, और कांगड़ा जैसे पर्यटन स्थलों को तस्करी के अड्डों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस समस्या को रोकने के लिए सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी और पुलिस बल की सक्रियता बढ़ाने की आवश्यकता है।