#अपराध
September 19, 2025
हिमाचल में हरियाणा का छोरा गिरफ्तार, बाइक की सीट के नीचे छुपाया था चरस का पैकेट
प्रदेश में बढ़ रहा नशी तस्करी का काला कारोबार
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में नशे का काला कारोबार अपनी जड़े मजबूत कर रहा है। राज्य के कुछ लोगों के साथ-साथ बाहरी राज्य के नशा तस्करों द्वारा प्रदेश में नशे की खरीद-फरोख्त धड़ल्ले से की जा रही है। इसी कड़ी में अब ताजा मामला हिमाचल के मंडी जिले से सामने आया है।
यह काफी चिंता का विषय है कि युवा पीढ़ी इस कारोबार को बढ़ावा दे रही है। मंडी पुलिस टीम ने नाकाबंदी के दौरान एक 29 साल के युवक को गिरफ्तार किया है- जिसके पास से चरस की खेप बरामद की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार यानी आज सुंदरनगर पुलिस टीम द्वारा पुंघ क्षेत्र में नाकाबंदी की गई थी। यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की कड़ी चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान मंडी की ओर से आ रही एक संदिग्ध बाइक नंबर HR76H0347 को पुलिस जवानों द्वारा रोका गया।
इसी बीच बाइक सवार युवक को तलाशी के लिए रोका गया। तलाशी के दौरान युवक घबरा गया और उसकी हरकतों से पुलिस का शक और गहरा हो गया। जब पुलिस ने गहनता से जांच की तो बाइक की सीट के नीचे से एक प्लास्टिक का पैकेट बरामद हुआ।
पैकेट को खोलने पर उसमें भारी मात्रा में चरस की खेप पाई गई। जांच में चरस का वजन 423 ग्राम निकला। पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसकी बाइक को भी अपने कब्जे में ले लिया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया आरोपी हरियाणा का रहने वाला बताया जा रहा है। गिरफ्तार युवक की पहचान प्रमोद (29) के रूप में हुई है- जो कि जिला जिंद (हरियाणा) का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को तुरंत हिरासत में लेकर थाना सुंदरनगर में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
DSP सुंदरनगर भारत भूषण ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस नशे के कारोबारियों पर पैनी नजर बनाए हुए है। इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में नशे की बड़ी खेप अक्सर बाहरी राज्यों से लाई जा रही है। धीरे-धीरे प्रदेश के युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं, जिससे समाज में चिंता बढ़ रही है। पुलिस और प्रशासन लगातार सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि केवल सरकारी प्रयास ही काफी नहीं हैं। समाज, परिवार और अभिभावकों को भी जागरूकता की दिशा में कदम उठाने होंगे, ताकि आने वाली पीढ़ी को इस बुरी लत से बचाया जा सके।