#अपराध
May 23, 2025
हिमाचल : विमल नेगी मामले में ASI सस्पेंड, पेन ड्राइव छिपाने के आरोप- DGP की रिपोर्ट में बड़े खुलासे
ASI के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित केस, पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत से जुड़ा मामला अब एक और मोड़ ले चुका है। विमल नेगी के शव से मिली पैन ड्राइव को छिपाने के आरोप में अब पुलिस महकमे ने सख्ती दिखाई है।
शिमला पुलिस में तैनात एएसआई पंकज को निलंबित कर दिया गया है। यही नहीं, उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। ये कार्रवाई एसपी शिमला संजीव गांधी के निर्देश पर की गई, जिन्होंने मामले में लापरवाही पाए जाने के बाद यह सख्त कदम उठाया।
गौरतलब है कि 21 मई को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में पेश किए गए डीजीपी के हलफनामे में शिमला पुलिस की एसआईटी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए गए थे। डीजीपी की रिपोर्ट में कहा गया था कि एसआईटी पूरे मामले को आत्महत्या की दिशा में मोड़ रही है और ऊना के पेखूबेला पावर प्रोजेक्ट से जुड़ी अहम जानकारी पैन ड्राइव से नदारद है।
हैरानी की बात ये भी है कि यह वही पैन ड्राइव है जो नेगी के शव से बरामद हुई थी लेकिन कुछ पुलिस कर्मियों की कथित लापरवाही के कारण इसकी पूरी जानकारी सामने नहीं आ पाई थी।
एसपी संजीव गांधी ने अदालत में व्यक्तिगत तौर पर पेश होकर यह भी स्पष्ट किया कि विमल नेगी का शव बिलासपुर जिले में मिला था और वहीं पोस्टमार्टम भी हुआ। चूंकि यह शिमला पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर था, इसलिए शुरूआती जांच में उनकी तरफ से कोई सक्रियता नहीं हो सकी।
बता दें कि 10 अप्रैल को चीफ इंजीनियर विमल नेगी शिमला से रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए थे। आठ दिन बाद, 18 अप्रैल को उनका शव बिलासपुर के गोबिंद सागर झील से मिला।
उसी दौरान उनके शव से एक पैन ड्राइव भी बरामद हुई थी, जिसे लेकर अब कई गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं। फिलहाल, पंकज की भूमिका को लेकर विभागीय जांच शुरू हो गई है और पुलिस महकमे की कार्यशैली पर फिर से निगरानी बढ़ गई है। अब देखना होगा कि इस संवेदनशील मामले में आगे कौन-कौन से नए खुलासे सामने आते हैं।