#अव्यवस्था
July 14, 2025
सुक्खू सरकार में ये कैसा "सुख"? लोग बोले- स्मार्ट मीटर बने मुसीबत, आ रहे मोटे बिल
दुविधा में लोग बोले, बिल चुकाएं या राशन जुटाएं
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में स्मार्ट बिजली मीटर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। ऐसा एक मामला प्रदेश के जिला सिरमौर से सामने आया है। जहां ग्रामीण इलाकों में बिजली बोर्ड द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर अब लोगों के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। क्योंकि यहां लोगों को 20 हजार रुपये से लेकर 60 रुपये तक का बिजली बिल आ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला सिरमौर की नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत आती देवनी और विक्रम बाग पंचायतों के लोगों ने सोमवार को अधीक्षण अभियंता से मिलकर इस विषय में गहरी चिंता जताई और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि जब से उनके घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, बिजली के बिलों में भारी इजाफा हो गया है।
किसी को 20 हजार रुपये का बिल थमाया गया है, तो किसी को 50 या यहां तक कि 60 हजार रुपये तक का बिल आ चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि पुराने मीटरों के समय पर इनका बिजली बिल या तो बहुत कम आता था या कई बार शून्य रहता था।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि वे दिहाड़ी मजदूरी करके गुज़ारा करते हैं। उनकी मासिक आमदनी इतनी नहीं होती कि वे इतने भारी भरकम बिजली बिलों का भुगतान कर सकें। इन परिस्थितियों में दो वक्त की रोटी जुटाना और बच्चों की पढ़ाई जारी रखना कठिन हो गया है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो उन्हें जीवन यापन करना ही मुश्किल हो जाएगा। इसलिए उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया है कि उनके बिलों की जांच कर सही किया जाए और यदि संभव हो तो पुराने मीटरों को ही दोबारा लगा दिया जाए।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटरों में किसी तकनीकी गड़बड़ी या गलत रीडिंग के कारण इतने अधिक बिल आ रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं का बिजली बोर्ड पर से विश्वास भी उठता जा रहा है। बिजली बोर्ड के अधीक्षण अभियंता ने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। अब देखना यह है कि क्या इन शिकायतों पर बिजली विभाग जल्द कोई ठोस कदम उठाता है या फिर स्मार्ट मीटरों का यह संकट और गहराता है।