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July 9, 2024

चर्चा में आया विक्रमादित्य सिंह का विभाग: 70 प्रोजेक्ट्स में निकली खामियां

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शिमला। हिमाचल के लोक निर्माण विभाग का जिम्मा संभाल रहे मंत्री विक्रमादित्य सिंह आए दिन अपने सोशल मीडिया पर नए पुलों और सड़कों के फोटो अपलोड कर कैप्शन में लिखते हैं कि पीडब्ल्यूडी विभाग की निगरानी में गुणवत्ता पूर्ण कार्य चल रहा है और हम प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं रहने देंगे। लेकिन धरातल में लोक निर्माण विभाग कितना गुणवत्तपूर्ण कार्य कर रहा है, इसका खुलासा स्टेट क्वालिटी मॉनिटर रिपोर्ट ने कर दिया है।

स्टेट क्वालिटी मॉनिटर रिपोर्ट ने किया बड़ा खुलासा

स्टेट क्वालिटी मॉनिटर रिपोर्ट में हिमाचल के लोक निमार्ण विभाग के 70 प्रोजेक्टों की गुणवत्ता में खामियां पाई गई हैं। प्रदेश के 12 जिलों में 325 प्रोजेक्टों का निरीक्षण करने के बाद स्टेट क्वालिटी मॉनिटर ने अपनी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। यह भी पढ़ें: सुक्खू सरकार के 17 महीने: 30 हजार करोड़ का कर्ज लिया, 9 हजार करोड़ का लेने जा रहे वित्तीय वर्ष की तिमाही की यह रिपोर्ट विभाग के उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। इस रिपोर्ट में अप्रैल से जून माह के बीच हुए कार्यों की गुणवत्ता सबसे खराब पाई गई है। लोक निर्माण विभाग के 35ण्63 फीसदी कार्य असंतोषजनक पाए गए हैं।

तीन महीने के कार्यों का किया गया निरीक्षण

स्टेट क्वालिटी मॉनिटर की रिपोर्ट में प्रोजेक्टों रखरखाव के 174 कार्यों के निरीक्षण में से 62 प्रोजेक्ट की गुणवत्ता असंतोषजनक पाई गई है। 21 प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनका कार्य कुछ हद तक संतोषजनक तो हैं, लेकिन उनमें जरूरी सुझाव के निर्देश दिए हैं। इस रिपोर्ट में पूरे हो चुके कार्यों की गुणवत्ता को परखा गया है। जांच में 7.69 फीसदी कार्य सही नहीं पाए गए हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल में शराब पीने आते हैं पंजाबी लोग, दोनों राज्यों में है भाइचारे का रिश्ता

325 में 70 प्रोजेक्टों की गुणवत्ता सबसे खराब

लोक निर्माण विभाग के 325 प्रोजेक्टों में से 70 प्रोजेक्टों की गुणवत्ता में खामियां पाया जाना अपने आप में बड़ी बात है। क्योंकि अगर प्रोजेक्टों की गुणवत्ता सही नहीं होगी तो हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में जब भारी बरसात होती है और जगह जगह भूस्खलन होते हैं तो सबसे ज्यादा नुकसान इन्हीं कम गुणवत्ता वाले प्रोजेक्टों को होगा। यह भी पढ़ें: BJP का साथ देने वालों को धमका रहे CM सुक्खू, ठेकेदारों से कर रहे वसूली

दो पुलों के निर्माण कार्य में असंतोषजनक

पुलों की बात करें तो स्टेट क्वालिटी मॉनिटर रिपोर्ट में उसमें भी चौंकाने वाली बात सामने आई है। बीते तीन माह में 24 पुलों की जांच में दो प्रोजेक्ट असंतोषजनक पाए गए हैं। यह भी पढ़ें: होशियार सिंह की बढ़ी मुश्किलें, धवाला के घर पहुंचे ओबीसी नेता, क्या पकी खिचड़ी दोनों ही पुल हमीरपुर और मंडी जिला में बन रहे हैं। जबकि 9 पुल ऐसे भी हैं, जिनमें अभी भी सुधार की गुजाइश है। जिन पुलों के सुधार के निर्देश दिए गए हैं उनमें चंबा और मंडी में तीन- तीन जबकि कांगड़ा में दो हमीरपुर में एक पुल शामिल है। हालांकि रिपोर्ट में 13 पुलों की गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई है।

पांच जिला की सड़कों की हालत सबसे ज्यादा खराब

इसी तरह से सड़कों के रखरखाव में पांच जिलों की हालत सबसे खराब पाई गई है। इनमें किन्नौरए कुल्लूए शिमलाए सिरमौर और मंडी जिला शामिल है। किन्नौर में सड़कों के रखरखाव में असंतोषजनक रिपोर्ट 100 फीसदी है। यहां रखरखाव की श्रेणी में दो काम रखे गए हैं और दोनों ही असंतोषजनक पाए गए हैं। यह भी पढ़ें: होशियार सिंह के पीछे लगी सुक्खू की पुलिस, बोले-चले जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा सिरमौर में 28 में से 15 काम असंतोषजनक हैं। शिमला और कुल्लू में यह आंकड़ा 50 फीसदी है। जबकि कुल्लू में दो प्रोजेक्ट में से एक का काम असंतोषजनक है। मंडी में 25 में से 11 प्रोजेक्ट का निर्माण सवालों के घेरे में हैं।

क्या कदम उठाएंगे मंत्री विक्रमादित्य सिंह

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह आए दिन लोक निर्माण विभाग के कार्यों में उच्च गुणवत्ता की बात करते है। लेकिन उनकी बात धरातल पर कितनी सही साबित होती है उसका खुलासा इस रिपोर्ट में हो गया है। अब देखना यह है कि विक्रमादित्य सिंह इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद क्या कदम उठाते हैं।

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