#अव्यवस्था
April 27, 2025
कानून की उड़ी धज्जियां- शिमला में स्कूल के नजदीक खोल दिए शराब ठेके, विरोध शुरू
लक्कड़ बाजार में 6 स्कूलों के बीच खुला ठेका
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शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में सुक्खू सरकार ने मादक पदार्थ नियंत्रण को लेकर सख्त कानून बनाए थे। नए एक्ट के तहत शिक्षण संस्थानों से 500 मीटर के दायरे में नशे के किसी भी रूप की बिक्री पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन कांग्रेस शासित नगर निगम शिमला ने अपनी ही सरकार के कानून की धज्जियां उड़ा दी हैं। निगम ने शहर में स्कूलों से महज 100 से 200 मीटर के फासले पर शराब के ठेके खोल दिए हैं।
लक्कड़ बाजार में कानून का खुला उल्लंघन
सबसे बड़ा उदाहरण लक्कड़ बाजार में देखने को मिला है। यहां पुलिस चौकी के ठीक सामने, केवल 4-5 मीटर की दूरी पर एक शराब का ठेका खोल दिया गया। इस ठेके के 500 मीटर के दायरे में डीएवी स्कूल, ऑकलैंड हाउस स्कूल समेत छह बड़े शिक्षण संस्थान हैं। बावजूद इसके, निगम ने अपने राजस्व हित में कानून को ताक पर रख दिया।
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जनता के विरोध पर बंद हुए कुछ ठेके
ताराहॉल और कैंथू इलाकों में भी स्कूलों से महज 30 मीटर दूर शराब ठेके खोले गए थे। लेकिन स्थानीय जनता के भारी विरोध के बाद इन दोनों ठेकों को बंद करना पड़ा। इसके बावजूद, निगम शिमला शहर में 19 नए शराब ठेके खोलने की प्रक्रिया पर आगे बढ़ रहा है। इनमें से अधिकांश ठेके स्कूलों के बेहद नजदीक हैं।
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बोर्ड और निगमों को सौंपे गए ठेके
सूत्रों के अनुसार, इस बार एक्साइज डिपार्टमेंट की नीलामी में कई शराब ठेके नहीं बिक पाए थे। ऐसे में सरकार ने सरकारी उपक्रम बोर्डों, निगमों और नगर निकायों को शराब ठेकों के संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी है। इससे यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या राजस्व बढ़ाने के लिए कानून की आड़ में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है?