#अव्यवस्था
June 18, 2025
हिमाचल : शिक्षक के तबादले से परेशान पेरेंट्स पहुंचे DC के द्वार, उठाई यह मांग
शिक्षक का तबादला रोकने की मांग
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चंबा। हिमाचल प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा के यूं तो बड़े-बड़े दावे करती है। मगर प्रदेश के एकमात्र आकांक्षी जिला चंबा के एक स्कूल के अभिभावकों ने उस समय सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जब वहां स्थानीय स्कूल शिक्षक के तबादला आदेशों का उन्हें पता चला। स्कूल प्रबंधक कमेटी का एक प्रतिनिधि मंडल सीधे डीसी कार्यालय चंबा जा पहुंचा, जहां उन्होंने शिक्षक के तबादले को रोकने की मांग की।
छात्रों का भविष्य अधर में
जानकारी के अनुसार, जिला चंबा के शिक्षा खंड मैहला के तहत आते राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला तराला में शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में इस समय लगभग 40 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन शिक्षकों की संख्या जरूरत से काफी कम है।
विद्यालय में कुल तीन पद दो जेबीटी और एक सीएचटी स्वीकृत हैं। इनमें से हाल ही में एक शिक्षक का तबादला कर दिया गया है, जिससे न केवल कार्यभार बढ़ा है बल्कि छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
तबादले को रद्द करने की मांग
इसी मुद्दे को लेकर स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों का एक प्रतिनिधिमंडल चंबा के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) अमित मेहरा से मिला और स्कूल की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई।
एसएमसी अध्यक्ष संजय कुमार और अन्य ग्रामीणों ने एडीएम से आग्रह किया कि जिस शिक्षक का तबादला हुआ है, उसे तत्काल प्रभाव से रोका जाए और उन्हें यथास्थान पर ही सेवा देने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक स्कूल में पर्याप्त शिक्षक नहीं होंगे, तब तक बच्चों की पढ़ाई नियमित और गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पाएगी।
शिक्षा व्यवस्था पर अभिभावकों की चिंता
इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभिभावकों ने प्रशासन से अपील की कि शिक्षा विभाग से संपर्क कर तबादला आदेश को वापस लिया जाए और स्कूल को जल्द से जल्द पूर्ण स्टाफ प्रदान किया जाए। अभिभावकों का कहना है कि पहले से ही दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा सुविधाएं सीमित हैं। यदि शिक्षक लगातार कम होते रहेंगे तो बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने चेताया कि यदि मांग पूरी नहीं हुई, तो ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ सकता है।