#अव्यवस्था
November 14, 2025
हिमाचल में पुलिसवालों पर चला 'डंडा'- 8 को किया सस्पेंड, EVM से जुड़ा है मामला
कार्रवाई के बाद सभी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है
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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में चुनावी प्रक्रिया से जुड़े एक गंभीर मामले ने पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है। जिले में आठ पुलिसकर्मियों को एक साथ सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिसकर्मियों का सस्पेंशन का ये मामला EVM सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
इनमें दो हेड कॉन्स्टेबल और छह कॉन्स्टेबल शामिल हैं। कार्रवाई के बाद सभी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की सुरक्षा में तैनात आठ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इसकी पुष्टि SP बिलासपुर संदीप धवल ने की है।
जानकारी के अनुसार, बिलासपुर कॉलेज और लखनपुर में चुनाव आयोग की ओर से EVM को सुरक्षित रखा गया है। इन संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस जवानों की जिम्मेदारी तय की गई थी।
बीते बुधवार को बिलासपुर के ASP शिव चौधरी ने दोनों स्थानों का औचक निरीक्षण किया तो यह पता चला कि ड्यूटी पर तैनात जवान मौके से गायब थे। यह देखते ही ASP ने पूरी स्थिति की जानकारी SP संदीप धवल को दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए SP ने बिना देरी किए सभी आठ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी से हटाकर लाइन हाजिर करने का आदेश जारी किया। SP ने कहा कि EVM की सुरक्षा अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, जिसमें किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
उन्होंने बताया कि सभी आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है और जांच पूरी होने तक वे पुलिस लाइन में रहेंगे। चुनाव के दौरान EVM की सुरक्षा को लेकर हमेशा खास सतर्कता बरती जाती है। ऐसे में ड्यूटी से अनुपस्थित पाया जाना गंभीर लापरवाही माना जाता है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह कदम न केवल सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए जरूरी था, बल्कि विभागीय अनुशासन को सख्ती से लागू करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है।
पुलिस विभाग में 'लाइन हाजिर' एक प्रशासनिक और दंडात्मक कार्रवाई मानी जाती है। इसमें किसी पुलिसकर्मी को उसके मौजूदा थाने या चौकी की जिम्मेदारी से हटाकर पुलिस लाइन में भेज दिया जाता है। लाइन हाजिर की अवधि में संबंधित पुलिसकर्मी को कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं दिया जाता और वह वरिष्ठ अधिकारियों की सीधी निगरानी में रहता है। यह कार्रवाई आमतौर पर तब की जाती है जब किसी कर्मी के खिलाफ अनुशासनहीनता, लापरवाही या किसी शिकायत की जांच चल रही हो।