#उपलब्धि
May 28, 2025
हिमाचल के जनजातीय जिला की बेटी बनी नर्सिंग ऑफिसर, AIIMS दिल्ली में देगी सेवाएं
सीमित संसाधनों के बावजूद रंजना ने हासिल की सफलता
शेयर करें:
रिकांगपिओ। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के दुर्गम चारंग गांव की होनहार बेटी रंजना कुमारी ने अपनी मेहनत और लगन से एक अहम मुकाम हासिल किया है। रंजना का चयन देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान AIIMS दिल्ली में बतौर नर्सिंग ऑफिसर के पद पर हुआ है।
रंजना किन्नौर जिले की कुन्नोचारंग पंचायत की पहली बेटी हैं-जिन्होंने इस स्तर तक पहुंच कर पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद रंजना ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि यदि मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती।
रंजना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पैतृक गांव चारंग से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने दसवीं की पढ़ाई JNV रिकांगपिओ से की, जो कि क्षेत्र का एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है। रंजना का पढ़ाई के प्रति रुझान शुरू से ही गंभीर रहा और उन्होंने शिक्षा के हर स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने सोलन जिले का रुख किया और वहां से मेडिकल साइंस में पोस्ट BSC नर्सिंग की डिग्री हासिल की।
रंजना के पिता छेबांग नेगी एक सरकारी कर्मचारी हैं और उनकी माता सूरज मनी एक गृहिणी हैं। माता-पिता ने रंजना की सफलता को पूरे परिवार के लिए गर्व की बात बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की इस सफलता से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा गांव और जिला गौरवांवित हुआ है।
रंजना की इस सफलता से यह संदेश भी गया है कि जनजातीय क्षेत्रों की बेटियां भी किसी से कम नहीं हैं और उन्हें उचित मार्गदर्शन और अवसर मिले तो वे भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकती हैं। उनकी इस सफलता की खबर जैसे ही गांव और क्षेत्र में फैली, वहां खुशी की लहर दौड़ गई और हर कोई उनकी उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है।