मंडी। हिमाचल के कई युवा सेना की वर्दी पहन कर देश सेवा करने का सपना देखते हैं। इनमें से कई युवा अपने सपने को कड़ी मेहनत से साकार भी करते हैं। ऐसा ही एक युवा हिमाचल के मंडी जिला का है। इस युवक राहुल शर्मा ने भी अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और आज वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गया है।
ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में हुई पास आउट परेड़
दरअसल आज सात सितंबर शनिवार को ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में पासआउट परेड़ हुई। जिसमें मंडी जिला के बल्ह उपमंडल के राहुल शर्मा भी पास आउट हुए हैं। रिवालसर क्षेत्र के छोटे से गांव सरध्वार के राहुल शर्मा अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। राहुल शर्मा भारतीय सेना की अति प्राचीन एवं गौरवशाली मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट का हिस्सा बने हैं।
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आज पासिंग आउट परेड के बाद राहुल बने लेफ्टिनेंट
आज पासिंग आउट परेड समारोह में राहुल शर्मा के की इस कामयाबी के गवाह उसके माता पिता के अलावा दो बहनें बनीं। माता पिता ने बेटे के कंधों पर सितारे सजाए। राहुल शर्मा का चयन 2023 में भारतीय सेना में अधिकारी प्रशिक्षण के लिए हुआ था। अक्तूबर 2023 से राहुल शर्मा प्रतिष्ठित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। करीब 11 माह के कठिन प्रशिक्षण के बाद आज राहुल शर्मा भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट हिस्सा बन गए हैं।
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पिता भी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से हो चुके हैं सम्मानित
बता दें कि राहुल शर्मा के पिता केशव राम शर्मा माता दुर्गी देवी के अलावा इनकी दो बहनें भी शामिल आज इस एतिहासिक समारोह में शामिल हुईं। राहुल के पिता केशव राम शर्मा भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने लगभग 20 साल तक भारतीय सेना में सेवाएं दीं। अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से भी सम्मानित किया गया है। वर्तमान में राहुल के पिता केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में लाइब्रेरियन हैं।
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केंद्रीय विद्यालय से पूरी की है शिक्षा
राहुल की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपनी 10वीं तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ देहरादून से और 12वीं की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम में केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर से पूरी की है। राहुल ने बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की डिग्री जवाहर लाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर से और एमबीए की डिग्री भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान नोएडा से प्राप्त की है।
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राहुल ने एनसीसी में हासिल किया था सी सर्टिफिकेट
राहुल ने बताया कि उनका बचपन से ही सेना के प्रति गहरा लगाव था। सेना में ऑफिसर बनने का सपना उन्होंने बचपन से ही देखा था और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत भी की। उन्होंने पढ़ाई के साथ स्काउट्स एंड गाइड का प्रशिक्षण लिया और राज्य पुरस्कार भी हासिल किया। कॉलेज के समय राहुल ने एनसीसी का प्रशिक्षण लिया जिसमें उन्हें सी सर्टिफिकेट भी मिला।
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राहुल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों व परिजनों को देते हुए कहा कि इंसान कड़ी मेहनत के दम पर किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकता है। राहुल की इस कामयाबी से ना सिर्फ उसके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी काम माहौल है।