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December 14, 2025
हिमाचल : सेना में बड़ा अफसर बना बेटा, भावुक हुई मां- पिता ने गोद में उठाया लाल
राहुल ने NDA टेक्निकल एंट्री परीक्षा में ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल किया
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बिलासपुर। छोटे से गांव से निकला, बड़े अरमानों का राही- वर्दी पहनकर राहुल ने बढ़ाई हिमाचल की शान निराली। ये शब्द साबित कर दिखाए हैं बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल के होनहार बेटे राहुल पटियाल ने।
चोखना धार गांव के होनहार युवा राहुल पटियाल ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। देहरादून स्थित IMA में आयोजित भव्य पासिंग आउट परेड के दौरान राहुल ने कठिन सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर देशसेवा की शपथ ली।
राहुल पटियाल का सफर साधारण ग्रामीण परिवेश से शुरू होकर सैन्य अधिकारी बनने तक अनुशासन, परिश्रम और दृढ़ संकल्प की मिसाल है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय चोखना से प्राप्त की।

फिर राहुल ने DAV स्कूल हमीरपुर से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के साथ-साथ राहुल में बचपन से ही अनुशासन और देशभक्ति की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी। वर्ष 2021 में राहुल पटियाल ने NDA टेक्निकल एंट्री परीक्षा में ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इसके बाद उन्हें चार वर्षों के कठिन, अनुशासित और चुनौतीपूर्ण सैन्य प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा। इस दौरान शारीरिक, मानसिक और नेतृत्व क्षमता की कड़ी परीक्षाओं में खरे उतरते हुए उन्होंने आखिरकार लेफ्टिनेंट बनने का सपना साकार किया। बेटे को वर्दी में देख उनकी मां भावुक हो गई- जबकि, पिता ने अपने लाडले को गोद में उठा लिया।

राहुल पटियाल एक ऐसे परिवार से आते हैं जहां देशसेवा की परंपरा पहले से ही मौजूद रही है। उनके पिता संदीप कुमार पावर ग्रिड हमीरपुर में कार्यरत हैं और माता किरण एक गृहिणी हैं, जिन्होंने हर कदम पर बेटे का मनोबल बढ़ाया। उनके दादा प्रकाश चंद पटियाल भारतीय सेना से ऑनरेरी सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। दादा के अनुभव, अनुशासन और सैन्य संस्कारों ने राहुल के भीतर देश के प्रति समर्पण की भावना को और मजबूत किया।
राहुल की इस उपलब्धि से चोखना धार गांव ही नहीं, बल्कि पूरे घुमारवीं क्षेत्र में उत्साह और खुशी का माहौल है। गांव के लोग, शिक्षक, रिश्तेदार और जनप्रतिनिधि राहुल को शुभकामनाएं दे रहे हैं और इसे क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बता रहे हैं।
लोगों का कहना है कि राहुल ने यह सिद्ध कर दिया है कि मेहनत, लक्ष्य के प्रति ईमानदारी और सही मार्गदर्शन से गांवों से भी देश के लिए नेतृत्व करने वाले अधिकारी निकल सकते हैं।
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने राहुल पटियाल आज चोखना धार गांव की पहचान बन चुके हैं। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों को देशसेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी और क्षेत्र का नाम लंबे समय तक गौरवान्वित करती रहेगी।