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November 20, 2025
हिमाचल: दो सगे भाईयों का एक साथ हुआ भारतीय सेना में चयन, दोनों ने पास की भर्ती परीक्षा
दोनों भाईयों के चयन से परिवार और गांव में खुशी का माहौल
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ऊना। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के साथ वीरभूमि भी कहा जाता है। यहां के युवा हमेशा से ही सेना की वर्दी पहनकर देश सेवा को अपना सर्वोच्च कर्तव्य मानते हैं। कई बार तो ऐसा भी पल आता है, जब एक ही परिवार के दो दो बेटे एक साथ भारतीय सेना में चयनित होते हैं। ऐसा ही एक खुशी का पल हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में एक परिवार के लिए भी आया, जब उनके दो होनहार बेटों का एक साथ भारतीय सेना में चयन हुआ।
दरअसल ऊना जिला के चिंतपूर्णी क्षेत्र के एक परिवार पर मां चिंतपूर्णी ने ऐसी कृपा कर दी कि उनके घर में खुशियों की बहार आ गई। उनके दोनों बेटों का एक साथ ही भारतीय सेना में चयन हो गया। गंगोट पंचायत के मोईन गांव के दो सगे भाई विष्णु प्रताप सिंह और ध्रुव ठाकुर भारतीय सेना द्वारा जारी अग्निवीर भर्ती परीक्षा परिणाम में उतीर्ण हुए हैं। एक ही परिवार के दो बेटों का एक साथ भारतीय सेना में चयन होना पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण बन गया है।
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गंगोट पंचायत के वार्ड-4 से ताल्लुक रखने वाले ये दोनों युवा पंचायत सदस्य रशपाल ठाकुर के पौत्र और शिक्षा विभाग में मुख्याध्यापक सतवीर सिंह के बेटे हैं। दोनों भाइयों की सफलता ने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। बताया जा रहा है कि सेना में जाने का जज्बा दोनों भाइयों को उनके दो चाचा से मिला था।
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दोनों भाई वर्तमान में ढलियारा कॉलेज में अध्ययनरत हैं। विष्णु प्रताप सिंह बीसीए का छात्र है और राष्ट्रीय स्तर की 5000 मीटर दौड़ में रजत पदक जीत चुका है। वहीं उसका छोटा भाई ध्रुव ठाकुर बीकॉम का छात्र है और इंटर यूनिवर्सिटी केनोइंग-कयाकिंग प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर अपने अद्भुत खेल कौशल का परिचय दे चुका है। खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बाद अब दोनों भाई सेना की वर्दी पहनकर राष्ट्र सेवा के नए सफर पर निकल रहे हैं, जो पूरे क्षेत्र के लिए विशेष गर्व का विषय है।
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इन भाइयों के परिवार में देश सेवा की एक लंबी परंपरा रही है। इनके चाचा रणदेव सिंह भारतीय सेना में सूबेदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि दूसरे चाचा कुलतार सिंह हिमाचल प्रदेश पुलिस में चंबा सदर थाने में एएसआई के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। अपने दोनों चाचा की अनुशासन, देशभक्ति और समर्पण की सीख ने दोनों भाइयों को भारतीय सेना का मार्ग चुनने के लिए प्रेरित किया।
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दोनों भाईयों के पिता सतवीर सिंह स्वयं नेशनल लेवल पैरा पावरलिफ्टर और स्टेट चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने अपने दोनों बेटों को बचपन से ही कड़ी मेहनत, फिटनेस और अनुशासन की राह पर चलाया। आज बेटों की इस सफलता ने उनकी वर्षों की मेहनत को सार्थक कर दिया है।
विष्णु प्रताप और ध्रुव ठाकुर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, माता-पिता, दादा.दादी और पूरे परिवार को देते हुए कहा कि गांववासियों की दुआओं और समर्थन ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने की ताकत दी। दोनों ने भारतीय सेना में सेवा को अपने जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य बताते हुए कहा कि वे समर्पण, अनुशासन और देशभक्ति के साथ राष्ट्र सेवा करेंगे।