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April 16, 2025

इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग में इन 2 बेटियों ने लहराया हिमाचल का परचम, जीते सिल्वर और ब्रॉन्ज

शिमला के चिढ़गांव की हैं दीक्षिता और सनिका

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himachal news

शिमला। हिमाचल की बेटियों ने एक बार फिर खेलों की दुनिया में हिमाचल का परचम लहराया है। थाईलैंड में 4 दिन पहले ही समाप्त हुई किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में शिमला के चिढ़गांव की दो बेटियों- दीक्षिता शिलाल ने सिल्वर और सनिका लल्टवान ने ब्रॉन्ज जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। बुधवार को दोनों खिलाडियों ने डीसी अनुपम कश्यप से मुलाकात की।

56 किलोग्राम की श्रेणी में लिया था भाग

सनिका लल्टवान चिढगांव के खाबल तहसील की रहने वाली हैं। उन्होंने फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग में फुल कॉन्टेक्ट  56 किलोग्राम की श्रेणी में भाग लिया था। सनिका ने 2016 में वुशु खेलना शुरू किया।

 

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फिर 2019 में इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला में ताइक्वांडो सीखा और 2020 में ओपन केटेगरी में माइनस 52 किलोग्राम में ब्रॉन्ज जीता। 2023 में उन्होंने असम में सीनियर नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में भाग लिया।

दो साल पहले शुरू की किक बॉक्सिंग

सनिका ने 2023 में पहली बार किक बॉक्सिंग में माइनस 56 किलोग्राम का गोल्ड जीता था। उन्होंने इसी साल दिल्ली में इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग 56 किलो वर्ग का भी गोल्ड जीता था। संजौली कॉलेज की स्टूडेंट सनिका को हमेशा माता पिता का पूर्ण सहयोग मिला है।

11 साल से किक बॉक्सिंग में हैं दीक्षिता

दीक्षिता शिलाल भी चिढ़गांव की ही रहने वाली हैं। दीक्षिता ने फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग में माइनस 56 किलोग्राम का सिल्वर जीता है। वे 2014 में पहली बार किक बॉक्सिंग  रिंग में उतरीं और अगले 4 साल में जिला स्तर पर सिल्वर और इंटर कॉलेज का ब्रॉन्ज जीता। 2019 में उन्होंने स्टेट लेवल किक बॉक्सिंग का गोल्ड जीता था। उसके बाद उन्होंने 2020 और 2022 में गोवा में आयोजित नेशनल स्तरीय प्रतियोगिता में सिल्वर पदक हासिल किया।

 

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दीक्षिता  2025 में भारत की पहली ऐसी खिलाड़ी बनी, जिन्होंने किक बाक्सिंग की गाला फाईट का गोल्ड और गाला फाईट बेल्ट हासिल की है। रोहड़ू में कॉलेज की पढ़ाई कर रहीं दीक्षिता के पिता का निधन हो चुका है और उनकी तीन बहनें हैं फिर भी उनकी मां ने हमेशा उन्हें खेलने के लिए प्रेरित किया है।

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