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June 16, 2025

हिमाचल : ब्रेन ट्यूमर ने छीनी आंखों की रोशनी, इतिका ने नहीं मानी हार- PhD डिग्री की हासिल

कोटखाई की डॉ. इतिका चौहान ने हासिल की पीएचडी की डिग्री

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dr itika chauhan

शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के कोटखाई क्षेत्र की रहने वाली डॉ. इतिका चौहान ने एक ऐसा मुकाम हासिल किया है, जो ना सिर्फ प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने दृष्टिबाधा जैसी गंभीर शारीरिक चुनौती के बावजूद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में PhD की उपाधि प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि अगर हौसला मजबूत हो, तो कोई भी कमी मंज़िल को रोक नहीं सकती।

 ब्रेन ट्यूमर से गई रोशनी

डॉ. इतिका के जीवन की कठिनाइयाँ बचपन से ही शुरू हो गई थीं। चौथी कक्षा में उन्हें ब्रेन ट्यूमर का पता चला, जिसके बाद चंडीगढ़ के PGI में इलाज शुरू हुआ। ऑपरेशन के बाद उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होती गई। हालांकि आज भी उन्हें नियमित जांच के लिए पीजीआई जाना पड़ता है, लेकिन उन्होंने कभी इस बीमारी को अपने सपनों पर हावी नहीं होने दिया।

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शिक्षा बनी ताकत, नहीं बनने दिया बोझ

इतिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जुब्बल से पूरी की। राजकीय कन्या विद्यालय लक्कड़ बाजार से 12वीं, फिर आरकेएमवी शिमला से बीए और इसके बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में एमए और फिर PhD की उपाधि हासिल की।

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उनका शोध विषय गैर-सरकारी संगठनों का हस्तक्षेप और महिला सशक्तिकरण पर था। शिमला जिले की केस स्टडी थी। उनकी पीएचडी प्रो. अनुपमा कंवर के मार्गदर्शन में पूरी हुई और हाल ही में विश्वविद्यालय ने इसकी अधिसूचना भी जारी की है।

क्या कहते हैं अजय श्रीवास्तव

उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इतिका का सफर बताता है कि किसी भी दिव्यांग को समाज की सहानुभूति नहीं, बल्कि समान अवसर और समर्थन की जरूरत होती है।

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