हमीरपुर। हिमाचल में कई ऐसे क्षेत्र थे, जिनपर सिर्फ पुरुषों का ही आधिपत्य था। लेकिन अब इन क्षेत्रों में भी प्रदेश की महिला शक्ति ने डाका डाल दिया है। इन्हीं क्षेत्रों में से एक था ड्राइविंग। लेकिन आज निजी गाड़ियों से लेकर बसों और ट्रकों को भी युवतियां और महिलाएं बेधड़क होकर सड़कों पर दौड़ा रही हैं।
ऐसी ही एक युवती है हिमाचल के हमीरपुर जिला की नैन्सी। नैन्सी हिमाचल प्रदेश में निजी बस की चालक बन गई है। नैन्सी प्रदेश् की पहली महिला है, जो सड़क पर निजी बस चला रही है।
प्रदेश की पहली निजी बस चालक बनी नैन्सी
आज गुरुवार को जब नैन्सी निजी बस लेकर हमीरपुर की सड़कों पर दौड़ रही थी, तो उसे देख कर हर कोई हैरान रह गया। नैन्सी ने निजी बस सर्विस आरटीसी में बतौर चालक सेवाएं शुरू की हैं।
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आज नैन्सी का निजी बस चालक के रूप में पहला दिन था। आज पहले दिन नैन्सी गलोड़ रूट से बस को लेकर हमीरपुर बस अड्डे पर पहुंची तो उनका बस प्रबंधक विजय ने टोपी और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
हमीरपुर बस अड्डे पर हुआ जोरदार स्वागत
बता दें कि सवारियों से भरी बस को लेकर जब नैन्सी बस अड्डे पर पहुंची तो सवारियें ने नैन्सी की काफी हौंसला आफजाई भी की, जिससे नैन्सी काफी खुश हुई। नैन्सी ने एचआरटीसी हमीरपुर में बस चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। इससे पहले नैन्सी कांगड़ा में एंबुलेंस चला रही थी। लेकिन अब उसने अपने क्षेत्र में बस चलाने का फैसला किया।
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माता-पिता की सहमति के बाद लिया प्रशिक्षण
हमीरपुर में आकर निजी बस चलाने वाली नैन्सी पहली महिला बस चालक भी बन गई है। नैन्सी के अनुसार माता पिता द्वारा उसे चालक बनने की सहमति देने के बाद उसने एचआरटीसी हमीरपुर में प्रशिक्षण लेकिर लाइसेंस लिया है।
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नैन्सी ने बताया कि आज वह पहली बार निजी बस को लेकर रूट पर निकली थी। सवारियों को लेने का अच्छा अनुभव रहा। नैन्सी ने बताया कि उसका सपना एचआरटीसी में बस चालक बनना है, जिसे वह जरूर पूरा करेगी।
बीकॉम पास है नैन्सी
बता दें कि 24 साल की नैन्सी ने हमीरपुर से बीकॉम में डिग्री हासिल की है। नैंसी के पिता चंडीगढ़ पुलिस में तैनात हैं। जबकि माता गृहणी हैं, भाई हर्ष बंगाणा से आईटीआई की है। नैन्सी ने बताया कि अगर परिवार सहयोग दे तो लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में कुछ भी कर सकती हैं।