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May 12, 2025
हिमाचल- खराब हालातों के कारण छूटी पढ़ाई, गन्ने का जूस बेच अनिकेत ने बदला अपना जीवन
समाज में नशे के खिलाफ बदलाव की लहर
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चंबा। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के सुल्तानपुर मोहल्ले का 24 वर्षीय अनिकेत कुमार आज अपनी मेहनत और आत्मनिर्भरता के साथ न केवल अपने परिवार को सहारा दे रहा है, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी दे रहा है। उसने साबित किया है कि कठिन परिस्थितियाँ भी मजबूत इरादों के सामने झुक जाती हैं।
पारिवारिक जिम्मेदारियों ने रोकी पढ़ाई
अनिकेत की कहानी तब शुरू होती है जब उसने 10वीं कक्षा के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ दी। लेकिन उसने निराश होने के बजाय अपने जीवन को नए रूप में ढाला। शुरुआत में गाड़ियों की धुलाई, वेल्डिंग और मैकेनिक जैसे काम करके उसने जीवन की कठिनाइयों का सामना किया। हालांकि, वह कुछ अलग और स्थायी करना चाहता था, जिससे उसे आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ परिवार के साथ समय भी मिल सके।
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50 हजार महीना कमाता है अनिकेत
अनिकेत ने प्रधानमंत्री स्वनिधि माइक्रो क्रेडिट योजना का लाभ उठाकर गन्ने का रस निकालने वाला तिपहिया वाहन खरीदा। आज वह हर महीने 40 से 50 हजार रुपये की कमाई कर रहा है। गर्मियों में उनका ठेला हमेशा ग्राहकों से भरा रहता है और उनकी मेहनत की सराहना भी होती है। अनिकेत का मानना है कि यह स्मार्ट वर्क का समय है, जहां मेहनत तो जरूरी है, लेकिन सही दिशा में कदम बढ़ाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
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समाज सेवा और नशे के खिलाफ जागरूकता
अनिकेत की कहानी केवल आय और सफलता की नहीं है। वह प्रतिदिन अपने स्थानीय मंदिर में सेवा देता है और विशेष रूप से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करता है। उसे लगता है कि नशा केवल व्यक्ति नहीं, बल्कि समाज को भी बर्बाद कर देता है। इसलिए, वह युवाओं को नशे से दूर रहने और अपने जीवन को एक उद्देश्य से जोड़ने के लिए प्रेरित करता है।