#हादसा
May 25, 2025
हिमाचल : सड़क किनारे पेशाब कर रहा था व्यक्ति, बैल ने सींग पर उठाकर पटका; मची चीख-पुकार
राहगीरों और दुकानदारों में बना हुआ है डर का माहौल
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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक अजीबो-गरीब घटना पेश आई है। यहां पर मुबारिकपुर चौक में पेशाब करते समय एक व्यक्ति को बैल ने बुरी तरह पटक दिया। घटना के वक्त एक और बैल मौके पर पहुंच गया।
दोनों बैलों ने चौक में खूब हुडदंग मचाया। बैलों को बीच सड़क में उधम मचाते देख दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। चौक से गुजरने वाले लोगों में डर का माहौल था। लोगों को ये डर था कि ये बैल कहीं उन्हें ना पटक दें।
मिली जानकारी के अनुसार, ये घटना बीते कल दोपहर की है। बताया जा रहा है कि मुबारिकरपुर चौक पर व्यक्ति बस से उतरते ही एक सुनसान जगह पर पेशाब करने चला गया। इसी बीच अचानक एक लावारिस बैल ने उसे पीछे से अपने सींग पर उठाकर जमीन पर पटक दिया।
बैल के हमले के बाद व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। व्यक्ति जोर से चिल्लाया- उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर पास लगते दुकानदार मौके पर पहुंचे। दुकानदरों ने कड़ी मशक्कत कर बैल पर काबू पाया और व्यक्ति को उसके चंगुल से छुड़ाया। लोगों द्वारा घायल व्यक्ति को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
इसी बीच वहां एक और बैल आ गया। इसके बाद दोनों बैलों ने मिलकर बाजार में खूब हुड़दंग मचाया। राहगीर और दुकानदार बैलों के शांत होने का इंतजार करते रहे। दोनों बैलों के कारण सड़क पर दोनों ओर काफी लंबा जाम भी लग गया।
वहीं, इस घटना के बाद लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। जबकि, कुछ लोग इस घटना को लेकर खूब ठहाके लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि स्वच्छता अभियान सिर्फ इंसानों ने नहीं बैलों ने भी छेड़ रखा है। व्यक्ति सड़क किनारे पेशाब कर रहा था- जो कि गलत है। इसलिए बैल ने उसे उसकी सजा दी।
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विदित रहे कि, दिन के समय शहरों की भीड़भाड़ भरी सड़कों पर और रात को सुनसान गलियों में एक जैसी दहशत-आवारा बैलों का बेतहाशा घूमना अब हिमाचल के कई क्षेत्रों में आम बात हो गई है। चाहे बात शिमला के लक्कड़ बाजार की हो या सोलन के चंबाघाट चौक की, नाहन की मेंन मार्केट हो या कांगड़ा के गद्दी चौक-हर जगह आवारा बैल खुलेआम घूमते नजर आते हैं और इनके कारण रोजज दुर्घटनाएं होने लगी हैं।
शहरों के मुख्य बाजारों और चौराहों पर ये बैल अचानक सड़क के बीचोंबीच बैठ जाते हैं या चलते वाहनों के सामने आ खड़े होते हैं। इससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है और दोपहिया चालकों के लिए खासा खतरा पैदा होता है। कई बार बैल आपस में लड़ते हुए सड़क पर दौड़ते हैं, जिससे पैदल राहगीरों को भागकर जान बचानी पड़ती है।
दुकानदार बताते हैं कि इन बैलों के कारण ग्राहक डरकर दुकान तक नहीं पहुंचते। कुछ बैल सब्जी और फल की रेहड़ियों को नुकसान पहुंचाते हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये स्थिति और भी चिंताजनक बन जाती है। हमने कई बार नगर परिषद और पंचायत को शिकायत दी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। बैल कभी भी किसी पर हमला कर सकते हैं।