#हादसा
April 20, 2025
BREAKING : जम्मू-कश्मीर में फटा बादल- मलबे में दबे दर्जनों लोग, चपेट में आए कई घर और गाड़ियां
धर्मकुंड में 10 घर पूरी तरह तबाह, 100 लोगों को निकाला गया सुरक्षित
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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में रविवार सुबह कुदरत का कहर टूटा। सेरी बागना इलाके में बादल फटने से मची तबाही में 3 लोगों की मौत हो गई। तेज बारिश के बाद आए अचानक बाढ़ और मलबे ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची हैं और राहत कार्य जारी है।
रामबन के अलावा बनिहाल और किश्तवाड़ जिलों में भी लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद है और सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। किश्तवाड़-पद्दर मार्ग भी मलबा गिरने के कारण बंद हो गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जब तक मौसम साफ न हो, यात्रा टाल दें। बता दें कि अभी 3 तक तीन लोगों की मौत हो गई है।
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लैंडस्लाइड के कई वीडियोज़ सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। इनमें देखा गया कि भारी मलबा पहाड़ों से गिरकर रिहायशी इलाकों और सड़कों पर आ गया। कई टैंकर और निजी वाहन मलबे में दब गए। रामबन का सरकारी स्कूल, एक पेट्रोलियम ट्रक और पुलिस चौकी भी इसकी चपेट में आ गए हैं। कई गांवों में घरों तक मलबा घुस गया है।
चेनाब नदी के पास स्थित धर्मकुंड गांव में हालात सबसे ज्यादा बिगड़े। यहां 10 घर पूरी तरह तबाह हो गए जबकि 25 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। धर्मकुंड पुलिस ने समय रहते 100 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। रामबन में मलबा इतनी तेज़ी से आया कि गाड़ियां बह गईं और गांव उजड़ गया।
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केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि वह लगातार डीसी बसीर-उल-हक चौधरी के संपर्क में हैं और हरसंभव सहायता दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो वे अपने निजी संसाधनों से भी मदद भेजेंगे।