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December 20, 2024

हिमाचल शीतकालीन सत्र में पहली बार शून्य काल की परंपरा शुरू, जयराम ने की तारीफ

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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन एक ऐतिहासिक शुरूआत की गई। सदन के बाहर विपक्ष के प्रदर्शन के बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसके साथ ही हिमाचल विधानसभा में पहली बार शून्य काल की परंपरा की शुरूआत की गई। सुबह 11 बजे से 12 बजे तक प्रश्नकाल के बाद सदन में आधे घंटे के लिए लोकसभा और राज्यसभा की तर्ज पर शून्य काल संपन्न हुआ।

आज से शुरू हुआ शून्यकाल

आज पहली बार शुरू हुए शून्यकाल में सात विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उठाया। सबसे पहले लाहौल स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने अपने क्षेत्र की समस्या को रखा। इसके बाद विधायक जनकराज, केवल सिंह पठानिया, सुखराम चौधरी, संजय रत्न, त्रिलोक जंबाल और हरदीप सिंह बाबा ने अपने अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं। यह भी पढ़ें : राहुल गांधी बढ़ी मुश्किलें, अनुराग ठाकुर सहित 3 सांसदों ने दर्ज कारवाई FIR

इन विधायकों ने रखी अपने क्षेत्र की समस्याएं

अनुराधा राणा ने डोल नाला और टकोली में दो टोल बैरियर को परेशानी का मामला उठाया। विधायक जनक राज ने भेड़ पलकों की समस्या, केवल सिंह ने सिहुंआ से कुठमां तक फोरलेन के कार्य के चलते कूहलों के टूटने, बिजली पानी की समस्या का मामला उठाया। इसी तरह से सुखराम चौधरी ने भारी बरसात से नुकसान, संजय रतन ने दाड़ी में स्वतंत्रता स्मारक और त्रिलोक जमवाल ने नई पंचायतों के गठन का मामला उठाया। यह भी पढ़ें : आर्थिक संकट के बीच सुक्खू सरकार को मिले 1378 करोड़ रुपए, जानें कहां होंगे खर्च

क्या बोले विधानसभा अध्यक्ष

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा की तर्ज पर हिमाचल विधानसभा में भी शुन्यकाल की शुरूआत हुई है। हालांकि शून्यकाल की शुरूआत शीतकालीन सत्र के पहले दिन से होनी थी, लेकिन विपक्ष द्वारा मांगी गई चर्चा के चलते इसे आज तीसरे दिन से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि शून्यकाल शुरू होने से विधायकों को प्रश्नकाल के अलावा भी आधे घंटे के लिए अपने क्षेत्रों की समस्या उठाने का मौका मिलेगा। यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार ने महिला से वापस लिए 4,500- क्या आपको भी लौटाने होंगे? यहां जानें

क्या रहेगी व्यवस्था

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शून्यकाल में प्रश्न उठाने के लिए सदस्यों को सत्र शुरू होने से डेढ़ घंटा पूर्व इसकी सूचना देनी होगी। पहले 10 सदस्यों को इस दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। संबंधित मंत्री अगर इसका जवाब देना चाहता है तो दे सकते हैं अन्यथा उन्हें बाद में भी सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी। यह भी पढ़ें : विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की हंगामेदार शुरूआत- परिसर में धरने पर बैठे BJP विधायक

जयराम ठाकुर ने दी सरकार को बधाई

वहीं शून्यकाल की शुरूआत को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे एक अच्छी व्यवस्था बताया। उन्होंने कहा कि शून्य काल शुरू करने के लिए सरकार को बधाई देता हूं। लेकिन अभी इसमें कुछ बदलाव करने की जरूरत है। शून्य काल के दौरान कितने सदस्य अपनी बात रख सकते हैं, समय सीमा क्या रहेगी ये सब नियम तय हो जाएं। यह भी पढ़ें : हिमाचल: सदन में अनुबंध कर्मचारी बिल पारित, जानें कब से होगा लागू इसके अलावा राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने भी हिमाचल विधानसभा में पहली बार शून्यकाल शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष को बधाई दी।

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