शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार अब अपात्र महिलाओं से 1500 रुपए की रिकवरी करने जा रही है। सुक्खू सरकार ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत लगभग 28 हजार 249 महिलाओं के खाते में अप्रैल से जून तक की पेंशन डाली थी। लेकिन अब सुक्खू सरकार ने इस योजना में नई शर्त जोड़ दी है। अगर महिलाएं इस शर्त को पूरा नहीं कर पाईं तो उनसे सुक्खू सरकार रिकवरी करेगी।
सुक्खू सरकार ने कौन सी जोड़ दी नई शर्त
दरअसल सुक्खू सरकार ने महिलाओं को दी जाने वाली प्रतिमाह 1500 रुपए पेंशन में नई शर्त जोड़ी है। जिसमें इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत आवेदन करने वाली महिलाओं के दस्तावेजों की ग्राम सभा में वेरिफिकेशन की जाएगी। यही नहीं जिन महिलाओं को सुक्खू सरकार ने अप्रैल से जून माह की पेंशन डाल दी है, उनके तहसील कल्याण अधिकारी के पास जमा किए गए दस्तावेजों की भी चेकिंग की जाएगी।
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सुक्खू सरकार ने कब क्या किया
- कांग्रेस ने सत्ता में आने से पूर्व प्रदेश की हर 18 से 59 वर्ष की महिला को 1500 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया
- 13 मार्च 2024 को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना की अधिसूचना जारी की गई
- 16 मार्च को प्रदेश भर में लोकसभा चुनाव की घोषणा के चलते आचार संहिता लग गई
- 13 से 16 मार्च में मात्र 28,249 महिलाएं ही कर पाई आवेदन
- सुक्खू सरकार ने इन 28,249 महिलाओं के खाते में तीन माह की पेंशन 4500 रुपए डाली
ग्राम सभा में क्यों भेजे जा रहे आवेदन
तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय में इन आवेदनों की सूची तैयार की जा रही है, जिसे जल्द ही ग्राम सभा में भेजा जाएगा। ग्राम सभा में इन आवेदनों की नए सिरे से वेरिफिकेशन की जाएगी। ग्राम सभा की वेरिफिकेशन में अगर महिलाओं के दस्तावेज सही नहीं मिले, यानी महिला ने अगर सुविधा का गलत लाभ लिया है, तो उससे अप्रैल से जून माह में दी गई पेंशन की रिकवरी की जाएगी।
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सुक्खू सरकार ने क्या किया था वादा
बता दंे कि हिमाचल कांग्रेस ने सत्ता में आने से पूर्व प्रदेश की सभी 18 से 59 आयु वर्ग की महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत हर माह 1500 रुपए पेंशन देने का वादा किया था। कांग्रेस के वादे पर प्रदेश की महिलाओं ने विश्वास जताया और वोट देकर कांग्रेस को हिमाचल की सत्ता सौंपी। सत्ता मिलने के डेढ़ साल तक सुक्खू सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया।
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सुक्खू सरकार की इस योजना के बारे में जानें
- सुक्खू सरकार ने इस योजना में जोड़ी नई शर्तें
- परिवार में केवल एक महिला को ही मिलेगी 1500 रुपए पेंशन
- नई शर्त में महिलाओं के दस्तावेजों की पंचायत स्तर पर होगी वेरिफिकेशन
- इस योजना के लिए प्रदेश भर में 31 जुलाई 2024 तक 7,88,784 महिलाएं कर चुकी हैं आवेदन
- अब तक 28249 महिलाओं के खाते में तीन माह की पेंशन 4500 रुपए डाली
- अभी 7,60,535 महिलाओं को पेंशन का इंतजार है
- पंचायत स्तर पर अपात्र पाए जाने वाले आवेदन होंगे रद्द
- तीन माह की पेंशन ले चुकी महिलाओं के आवेदन रद्द होने पर की जाएगी रिकवरी
सरकार ने कब जारी की थी अधिसूचना
इसी बीच हिमाचल में लोकसभा चुनाव के साथ साथ छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का समय आ गया। ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने वादे को पूरा करने की घोषणा कर दी। सुक्खू सरकार ने 13 मार्च को प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन देने की अधिसूचना जारी की। लेकिन उसके तीन दिन बाद यानी 16 मार्च को देश भर में लोकसभा चुनाव को हिमाचल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो गई।
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कितनी महिलाओं को मिले हैं 1500 रुपए की पेंशन
सरकार की अधिसूचना जारी करने और चुनावों की घोषणा के बीच सिर्फ 28,249 महिलाएं ही इंदिरा गांधी प्यारी बहना योजना के तहत आवेदन कर पाईं। सुक्खू सरकार ने भी इन 28,249 महिलाओं के खाते में अप्रैल से जून माह तक के 4500 रुपए डाल दिए। अब इन 28,249 महिलाओं के दस्तावेजों की भी पंचायतों में वेरिफिकेशन होगी, जिसमें अगर कोई महिला अपात्र पाई जाती है तो सुक्खू सरकार उससे तीन माह के 4500 रुपए वापस लेगी।