शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के बहुचर्चित संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण मामले की आज शनिवार को नगर निगम आयुक्त कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान संजौली मस्जिद कमेटी ने मस्जिद के ऊपर की तीन मंजिलों को तोड़ने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की। सुनवाई के दौरान संजौली मस्जिद कमेटी के वकील बीआर ठाकुर ने कहा कि उन्हें रेवेन्यू इकट्ठा करने के लिए समय चाहिए।
मस्जिद तोड़ने का 50 फीसदी काम पूरा
मस्जिद कमेटी ने कोर्ट को बताया कि अब तक मस्जिद की तीन मंजिलों को तोड़ने का 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है। जिस पर आयुक्त कोर्ट ने मस्जिद कमेटी को 15 मार्च तक मस्जिद का सारा अवैध निर्माण तोड़ने का अतिरिक्त समय दिया है। 15 मार्च को ही कोर्ट ने अगली स्टेट्स रिपोर्ट फाइल करने के आदेश दिए हैं। उसके बाद मस्जिद की निचली दो मंजिलों पर कोर्ट में सुनवाई होगी।
यह भी पढ़ें : बिक्रम बोले: ऐसा निर्दयी जीजा नहीं देखा, CM का जवाब.. पूरा हिमाचल मेरा मायका ससुराल
वक्फ बोर्ड मालिकाना हक के रिकॉर्ड नहीं कर पाया पेश
वहीं दूसरी ओर वक्फ बोर्ड मस्जिद की जमीन के मालिकाना हक को लेकर आज कोर्ट में कोई रिकॉर्ड पेश नहीं कर पाया। वक्फ बोर्ड के वकील बीएस ठाकुर ने बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड में सुधार करवाया जा रहा है। जिसके चलते मस्जिद की नीचे की दो मंजिलों के लिए मस्जिद कमेटी को समय दिया जाए। जिसके चलते संजौली मस्जिद केस की सुनवाई 15 मार्च तक के लिए टाल दी गई है।
यह भी पढ़ें : सदन में बोले जयराम ठाकुर, सीएम सुक्खू आज भी कर रहे हैं वीरभद्र सिंह के विरोध में काम
5 अक्तूबर को दिए थे मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेश
बता दें कि नगर नगम आयुक्त कोर्ट ने 5 अक्तूबर को दो माह के भीतर संजौली मस्जिद पर बनी अवैध तीन मंजिलों को गिराने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद तोड़ने का काम शुरू हो गया था। लेकिन पैसों की कमी मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने में आड़े आ रही है। जिसके चलते ही मस्जिद कमेटी ने आज कोर्ट में अतिरिक्त समय की मांग की।
नीचे की दो मंजिलों की चल रही सुनवाई
संजाली मस्जिद की तीन मंजिलों के बाद अब नीचे की दो मंजिलों पर सुनवाई जारी है। आज भी इन दो मस्जिदों को लेकर सुनवाई हुई। लेकिन वक्फ बोर्ड इसमें कोई रिकॉर्ड नहीं दिखा पाया। वक्फ बोर्ड के वकील ने इसके लिए अतिरिक्त समय मांगा।
यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार ने दिया सरकारी कर्मचारियों को जोर का झटका- OPS के नियमों में बदलाव
पूरे देश में चर्चित हुआ था संजौली मस्जिद का मुद्दा
हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण का मुद्दा पूरे देश में चर्चित हुआ था। हिंदू संगठनों के साथ साथ स्थानीय लोगांे ने भी अवैध निर्माण को लेकर सड़कों पर उतर कर उग्र प्रदर्शन किया था। हिंदू संगठनों ने अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई थी। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
कैसे शांत हुए थे हिंदू संगठन
12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम कमिश्नर से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। कमिश्नर के 3 मंजिल तोड़ने के आदेश के बाद यह मामला शांत हो पाया था।
यह भी पढ़ें : सरकार का कमाल! HRTC के 96 फीसदी रूट घाटे में- फिर भी समय पर मिल रहा वेतन
कैसे शुरू हुआ विवाद
29 अगस्त को शिमला जिले के मल्याणा में दो गुटों के बीच आपसी झगड़ा हो गया था। जिसमें कुछ समुदाय विशेष के लोगों ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया था। पुलिस ने इन आरोपी युवकों को संजौली मस्जिद से गिरफ्तार किया था।
यह भी पढ़ें : राहुल गांधी पर बरसे अनुराग ठाकुर, बोले- अहंकार से भरे हैं, माफी के लायक भी नहीं
उसके बाद यह मामला तुल पकड़ गया। पहली सितंबर को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। यहीं से मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर मामला उठा और इसे लेकर हिंदू संगठनों द्वारा जोरदार प्रदर्शन भी किया गया।