कुल्लू। आर्थिक संकट से गुुजर रहे हिमाचल के खजाने को भरने में सरकार के इस प्रोजेक्ट ने बड़ी भूमिका निभाई है। हिमाचल का यह पावर प्रोजेक्ट प्रदेश की सुक्खू सरकार के लिए संजीवनी से कम नहीं माना जा रहा है। हिमाचल के इस हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट ने रिकार्ड तोड़ कमाई कर सुक्खू सरकार के खाली खजाने को भरने में काफी मदद की है।
सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट ने पीछे छोड़ी देश की बड़ी पावर कंपनियां
दरअसल हिमाचल के कुल्लू जिला में स्थित सरकार के सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट ने देश की बड़ी पावर कंपनियों को पछाड़ कर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है। सैंज में बहने वाली पिन पार्वती नदी पर बने इस पावर प्रोजेक्ट ने 2810 मिलियन यूनिट बिजली के साथ 975 करोड़ की कमाई की है। इस प्रोजेक्ट से इतनी बड़ी कमाई ने सुक्खू सरकार की काफी मुश्किलें आसान कर दी हैं।
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975 करोड़ की कमाई का पार किया आंकड़ा
प्रदेश पावर निगम के मुख्यालय शिमला के अनुसार सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट की बिजली ने 975 करोड़ की कमाई के आंकड़े को पार कर लिया है। जो आने वाले समय के लिए एक शुभ संकेत है। वहीं दूसरी तरफ कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल की आर्थिकी के लिए यह प्रोजेक्ट किसी संजीवनी से कम नहीं है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में 100 मेगावाट का यह सैंज प्रोजेक्ट प्रदेश की आर्थिकी का प्रमुख प्रोजेक्ट बन सकता है।
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कब शुरू हुआ था यह प्रोजेक्ट
दरअसल कुल्लू जिला के सैंज में पार्वती नदी पर बना यह सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट सात साल पुराना है। इस प्रोजेक्ट ने अपने सात साल के सफर में कई बेमिसाल उपलब्धियां हासिल की हैं। इसका निमार्ण 2017 में पूरा हुआ था। यानी 2017 से इस प्रोजेक्ट में बिजली का उत्पादन शुरू हुआ था। इस प्रोजेक्ट से प्रतिवर्ष 307 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादित होती है। जिससे सरकार को हर साल 154 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता है।
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आर्थिक तंगी से जूझ रहे हिमाचल के लिए बना संजीवनी
इस पावर प्रोजेक्ट ने हिमाचल की सरकार को 975 करोड़ का राजस्व दिया है। हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के इस राजस्व ने प्रदेश को आर्थिक मामलों में काफी राहत भी पहुंचाई है। माना जा रहा है कि पावर निगम द्वारा बनाए इस हाइड्रो प्रोजेक्ट के राजस्व से ऊर्जा सेक्टर राज्य की आमदनी में भारी इजाफा होगा।
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क्या कहते हैं प्रोजेक्ट के उपमहाप्रबंधक
सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट के उपमहाप्रबंधक विद्युत इंद्र शर्मा ने बताया कि हर मौसम में सैंज प्रोजेक्ट के कैचमेंट एरिया में बारिश से नदी में पानी की आवक बढ़ने से टरबाइनों ने भी लगातार रफ्तार पकड़े रखी और नदी की धाराएं भी प्रोजेक्ट के अनुकूल बहीं। जिसके चलते हर वर्ष पावर निगम ने अपना लक्ष्य पूरा किया। सैंज जल विद्युत परियोजना ने अभी तक 975 करोड़ का मुनाफा कमाया है।
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प्रोजेक्ट के अधिकारियों कर्मचारियों को सुक्खू ने दी बधाई
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सैंज प्रोजेक्ट के अधिकारियोंए कर्मियों और मजदूरों की मेहनत व प्रयासों से प्रोजेक्ट ने सरकार का सपना साकार करने में अहम भूमिका निभाई है। मैं इन्हें हार्दिक रुपए से बधाई देता हूं। सीएम सुक्खू ने कहा कि आने वाले समय में यह प्रोजेक्ट प्रदेश की बिगड़ी आर्थिक स्थिति को सुधारने में काफी मदद करेगा।