#यूटिलिटी

July 18, 2024

हिमाचल के स्कूलों में लगेंगे पौधे, बनेगा गार्डन; सरकार की ये है योजना

शेयर करें:

मंडी: वातावरण को स्वच्छ व सुगंधित रखने के लिए हिमाचल प्रदेश में आयुष विभाग बड़ी योजना को तैयार कर रहा है। जिसके तहत सरकारी स्कूलों और कॉलेज में आयुष गार्डन विकसित किए जाएंगे। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में वहां की जलवायु के आधार पर विभाग द्वारा तकरीबन 30 प्रजातियों के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे।

विभाग देगा प्रशिक्षण

जानकारी के अनुसार आयुष विभाग द्वारा पूर्व में विकसित हर्बल गार्डन की पूर्ण जानकारी मांगी गई है। बताया गया कि शैक्षणिक संस्थानों में अगर कोई भी हर्बल गार्डन विकसित करना चाहता है तो वहां पर 500 वर्ग फुट भूमि औषधीय पौधों के लिए आरक्षित होना आवश्यक है। यह भी पढ़ें: हिमाचल: एक माह बाद की थी तारीख, कुछ यूं गरीब के घर आई लक्ष्मी आयुष विभाग अपनी ओर से औषधीय पौधों के लगाने की विधि और उनके संरक्षण के लिए प्रशिक्षण भी देगा। इसके बाद ही आयुष गार्डन स्थापित करने की मंजूरी मिलेगी।

30 प्रजातियों के पौधे हैं शामिल

मंडी स्थित जोगिंद्रनगर अनुसंधान संस्थान व आयुर्वेद वनस्पति संग्राहलय के प्रभारी उज्ज्वल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि, आयुष विभाग के आदेशों-निर्देशों के अनुसार नर्सरी में तकरीबन 2 लाख से अधिक औषधीय पौधों को तैयार किया गया है। यह भी पढ़ें: सोशल मीडिया फेसबुक पर नेताओं की फॉलोअर्स रेस में कौन निकला आगे : यहां जानें जिनमें मुख्यतः अश्वगंधा के पौधों के साथ लैमनग्रास, सर्पगंधा, जामुन, अर्जुन के अलावा हरड़, भेड़ा सहित 30 प्रजातियों के पौधे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आयुष गार्डन में रोपने की आधिकारिक अनुमति मिलने के बाद यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतारा जाएगा।

कहां कितने औषधीय पौधे तैयार

आयुष विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों और कॉलेज में आयुष गार्डन स्थापित करने के लिए विभाग की नर्सरी में लाखों औषधीय पौधे तैयार कर लिए हैं। यह भी पढ़ें: 24 वर्षीय युवक को भारी पड़ी लापरवाही, खाई में गिरी कार, नहीं बची जा.न जिनमें हमीरपुर के नेरी, शिमला के रोहडू, सारीबासा, बिलासपुर के जंगल, जलोड़ा हर्बल गार्डन, में औषधीय पौधों की नर्सरी तैयार की गई है। इसके अलावा करसोग के सूरल, कांगड़ा के रक्कड़ में भी निजी नर्सियों में औषधीय पौधे तैयार किए गए हैं।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख