शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला का आईएसबीटी टूटीकंडी बस अड्डा अब जल्द ही अंधेरे में डूबने वाला है। नगर निगम शिमला ने आईएसबीटी टुटीकंडी का बिजली पानी काटने के आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे में अगर आईएसबीटी टूटीकंडी का बिजली पानी कटता है तो इसका सबसे अधिक नुकसान आईएसबीटी में चल रहे अस्पताल पर पड़ेगा।
प्रबंधन ने नहीं भरा 6.33 करोड़ का टैक्स
दरअसल आईएसबीटी से नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स के करीब 6.33 करोड़ रुपए वसूल करने हैं। कई बार प्रबंधन को इस बारे में नोटिस जारी किया गया, लेकिन फिर भी प्रबंधन ने टैक्स नहीं भरा। जिसके चलते अब नगर निगम शिमला की टैक्स शाखा ने बड़ा फैलसा लेते हुए आईएसबीटी का बिजली पानी काटने के आदेश जारी कर दिए हैं। संबंधित विभागों को इन आदेशों की कागज भेज दिए हैं।
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अस्पताल, होटल, सिनेमा सहित कई दुकानों में छाएगा अंधेरा
बता दें कि आईएसबीटी टुटीकंडी परिसर में एचआरटीसी का बस अड्डा चल रहा है। यहां पर एचआरटीसी का कंट्रोल रूम और कई बुकिंग काउंटर हैं। इसके अलावा यहां कई दुकानें और होटल भी हैं। परिसर में एक अस्पताल और सिनेमा घर भी चल रहे हैं। बिजली.पानी कटने से इनका काम प्रभावित हो सकता है।
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नगर निगम प्रबंधन ने जारी किए आदेश
बता दें कि नगर निगम ने आईएसबीटी को कई बार प्रॉपर्टी टैक्स के करीब 6ण्33 करोड़ रुपए जमा करने को कहा था। कई बार नोटिस जारी करने के बाद अभी हाल ही में प्रबंधन ने टैक्स जमा करने के लिए नगर निगम से 10 नवंबर तक का समय मांगा था, लेकिन इस अवधि में भी प्रबंधन ने टैक्स जमा नहीं किया। जिसके चलते अब नगर निगम ने बिजली बोर्ड और पेयजल कंपनी को आईएसबीटी का बिजली पानी काटने के आदेश जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि कल यानी सोमवार से इस पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
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क्या कहते हैं एमसी के आयुक्त
बता दें कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने इस मामले में एक सब कमेटी बनाई है, जो आईएसबीटी के टैक्स से जुड़े मामले पर चर्चा करेगी। लेकिन इस बारे में कोई अधिसूचना नगर निगम को नहीं मिली है। नगर निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ भुवन शर्मा ने कहा कि नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। टैक्स ना भरने पर आईएसबीटी का बिजली पानी काटा जा रहा है। उन्होंने शहर के अन्य भवन मालिको को भी चेताया है कि जो भी टैक्स नहीं भरेगा, निगम उस पर भी काूननी कार्रवाई करेगा।
क्या है नगर निगम का नियम
दरअसल नगर निगम टैक्स ना भरने वालों को पहले नोटिस जारी करता है। एक के बाद एक कर तीन नोटिस जारी किए जाते हैं। अगर उसके बाद भी कोई टैक्स नहीं भरता है तो नगर निगम उसका बिजली पानी काटने की कार्रवाई शुरू कर देता है। शिमला शहर में इस समय चार हजार से अधिक लोगों ने अभी तक अपना प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दिया है। इनसे अब पांच फीसदी पैनल्टी और एक फीसदी मासिक ब्याज के साथ यह टैक्स वसूलेगा।
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क्या कहते हैं बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता
इस मामले में बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता तनुज गुप्ता ने बताया कि नगर निगम से इस बारे में आदेश की प्रति शनिवार शाम को ही मिल गई थी। कल यानी सोमवार से आईएसबीटी का बिजली कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बोर्ड इस बारे में प्रबंधन को नोटिस जारी करेगा। इसमें जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया जाएगा, इसके बाद प्रबंधन का कनेक्शन काट दिया जाएगा। पेयजल कंपनी के एजीएम पीपी शर्मा ने कहा कि उन्हें इस बारे में अभी आदेश नहीं मिले हैं।