#यूटिलिटी

September 4, 2024

हिमाचल में फिर मूसलाधार बारिश शुरू, 6 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी

शेयर करें:

शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। राजधानी शिमला और धर्मशाला समेत सूबे के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही मौसम विभाग ने बाढ़ को लेकर भी अलर्ट जारी किया है।

6 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने प्रदेश में 6 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। अगले 36 घंटे के लिए चंबा, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, मंडी और किन्नौर में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। विभाग ने लोगों से भूस्खलन वाले क्षेत्रों में ना जाने के साथ साथ नदी नालों की तरफ ना जाने की अपील की है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : फ्रिज में हुए धमाके ने छीन ली दो की जिंदगी, कमरे में कर रहे थे आराम

कल से कमजोर पड़ेगा मानसून

मौसम विज्ञान शिमला केंद्र के अनुसार, कल से मानसून धीमा पड़ जाएगा। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 9 सितंबर तक मौसम साफ हो जाएगा।

जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त

आपको बता दें कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में कल भी भारी बारिश हुई है। बीते कल सबसे ज्यादा बारिश कसौली में हुई है। बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में बिजली बंद है और सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया है। जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ट यह भी पढ़ें: BREAKING: हिमाचल में सरकारी कर्मचारियों को अब हर महीने 5 तारीख को मिलेगी सैलरी

यातायात के लिए कई सड़कें बंद

बारिश के कारण प्रदेश में 118 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। प्रदेश में 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है।

पांच जिलों में हुई अधिक बारिश

मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल में पहली जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 फीसदी कम बारिश हुई है। अगस्त  में शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी और बिलासपुर जिला में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इसके अलावा अन्य सात जिला में सामान्य से कम बारिश हुई है। यह भी पढ़ें: हिमाचल में हजारों गांव तक आज भी नहीं पहुंचा मोबाइल नेटवर्क, बाहरी दुनिया से कटे

कई लोगों की गई जान

हिमाचल में दो माह के इस मानसून सीजन में लगभग 270 लोगों की मौत हुई है। जिसमें भूस्खलन में दबने बाढ़ में बहने, डूबने सड़क हादसों सांप के काटने सहित अन्य हादसों में इन लोगों की मौत हुई है। जबकि, कई लोग अभी भी लापता हैं। प्रदेश में दो माह में बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन की 88 घटनाएं हुई हैं।'
ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख