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August 29, 2024

सरकार पर शराब घोटाले का आरोप लगाकर खुद फंस गई बीजेपी; जानें पूरा माजरा

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शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन काफी हंगामेदार रहा। आज सुबह से ही सदन में जमकर गहमागहमी होती रही। विपक्ष ने आज सत्ता पक्ष को आबकारी नीति पर घेरा और तीखे सवाल दागे। हालांकि सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सवालों का जवाब दियाए लेकिन जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने गलत आंकड़े बताने और सुक्खू सरकार पर सदन में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया।

रणधीर शर्मा ने शराब घोटाले के लगाए आरोप

दरअसल भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने सदन में सवाल उठाया कि सुक्खू सरकार में एक्साइज पॉलिसी के तहत सबसे बड़ा शराब घोटाला हुआ है। रणधीर शर्मा ने कहा कांग्रेस कार्यकाल में इस बार शराब ठेकों की नीलामी के लिए रखी गई रिजर्व प्राइस से भी कम बोली लगाई गई थी। इसमें बड़े घोटाले की बू आ रही है। सरकार ने अपने चहेते शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया। रणधीर शर्मा ने सीएम सुक्खू से सवाल पूछा कि क्या इन शराब ठेकों की दोबारा बोली लगाई जाएगी या फिर इसकी न्यायिक जांच की होगी।

सुक्खू बोले हमने एक साल में 450 करोड़ जुटाया राजस्व

रणधीर शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए सीएम सुक्खू ने कहा कि शराब ठेकों की नीलामी में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। सीएम ने कहा कि विपक्ष के विधायक जिस घोटाले की बात कर रहे हैं। उसे घोटाला नहीं कहते हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि पूर्व की जयराम सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में आबकारी नीति से 600 करोड़ का राजस्व एकत्रित किया था। लेकिन हमारी सरकार ने मात्र एक साल में ही शराब की नीलामी से 450 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया है।

रिजर्व प्राइज पर शराब ठेकों की नीलामी 

रणधीर शर्मा ने उठाया था सवाल, सुक्खू सरकार ने कई शराब ठेके रिजर्व प्राइज से भी कम में कर दिए थे नीलाम। सुक्खू सरकार ने यह सब अपने चहेते शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने की मंशा से किया। जिस पर सीएम सुक्खू ने जवाब दिया कि कुछ शराब ठेके रिजर्व प्राइज से कम में नीलाम हुए हैं। लेकिन इसका कारण यह था कि हमने पहले ही रिजर्व प्राइज मनी बढ़ा दी थी।

क्या बोले सीएम सुक्खू

सीएम सुक्खू ने कहा कि रणधीर शर्मा जिस रिजर्व प्राइज की बात कर रहे हैं तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हमने पहले ही रिजर्व प्राइर्ज को बढ़ा दिया था। जिसके चलते कई ठेके नीलाम नहीं हुए। जिन्हें बाद में रिजर्व प्राइज पर नीलाम किया गया। लेकिन इसमें भी सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी ही हुई है। सीएम सुक्खू ने एक बार फिर कहा कि हम घोटालों में नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन में आत्मनिर्भर बनेंगे। यह भी पढ़ें: अघोषित आर्थिक आपातकाल : CM, मंत्री- CPS और चेयरमैन नहीं लेंगे दो महीने का वेतन-भत्ता

विपक्ष ने किया था हंगामा

दरअसल रणधीर शर्मा ने आबकारी नीति पर उनके प्रश्न का संतोषजनक जवाब ना मिलने पर विपक्ष में हंगामा कर दिया था और नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया था। रणधीर शर्मा का कहना था कि सीएम सुक्खू ने शराब ठेकों की नीलामी के सदन में गलत आंकड़े पेश किए और सदन को गुमराह करने का प्रयास किया।

रणधीर शर्मा ने क्या उठाए थे सवाल

बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि शराब ठेकों की नीलामी में सुक्खू सरकार ने बड़ा घोटाला किया गया। यह हिमाचल का सबसे बड़ा शराब घोटाला है। रणधीर शर्मा ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की और शराब ठेकों की दोबारा नीलामी करवाए जाने की बात कही। यह भी पढ़ें: सुक्खू सरकार पर लगा शराब घोटाले का लांछन: डिटेल में जानें कैसे हुआ खेल

रिजर्व प्राइस से कम में ठेकों की नीलामी

रणधीर शर्मा का कहना है कि जिलावार ठेकों की जो धनराशि रिजर्व प्राइस के लिए रखी गई थी-उसमें 5 जिलों में रिजर्व प्राइस से कम पर बोली गई है। जबकि, हर साल रिजर्व प्राइस से ज्यादा ही बोली जाती थी। मगर इस बार रिजर्व प्राइस से कम बोली गई है। जबकि, 3 जिलों में रिजर्व प्राइस के बराबर की निलामी हुई है। यह भी पढ़ें: शिक्षा के गिरते स्तर पर मंत्री ने जताई चिंता- कैसे तीसरे से 18वें स्थान पर पहुंचा हिमाचल?

5 जिलों में रिजर्व प्राइस से कम में नीलामी

रणधीर शर्मा ने आगे बताया कि शिमला, कांगड़ा, नूरपुर, चंबा और ऊना में रिजर्व प्राइस से कम में ठेकों की निलामी हुई है। वहीं, रणधीर ने सरकार से प्रश्न किया है कि प्रदेश में शराब की बिक्री भी बढ़ रही है, शराब की बोतल पर भी टैक्स लगाया गया है। ऐसे में हर सूरत में रिजर्व प्राइस से ज्यादा बोली आनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले साल की निलामी से भी कम में नीलामी की गई है।

विधायक ने सामने रखे आंकड़े

रणधीर शर्मा ने कहा कि ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने नीलामी कि है। रणधीर शर्मा ने कहा कि जिलों में ठेकों के यूनिट बनाकर नीलामी की जाती है। विधायक ने आरोप लगाया कि यूनिट को बड़ा करके ठेकों की निलामी की गई। नूरपुर में 5 यूनिट का 1, सिरमौर में 5 का 1 यूनिट, मंडी में 8 का 1, बिलासपुर 5 के 2 यूनिट, ऊना में 11 के 10, चंबा में 11 का 1, बिलासपुर 5 के 2 यूनिट बनाए गए। विधायक ने कहा कि यह सब आंकड़े बताते हैं कि शराब निलामी में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। सरकार की मिलीभग्त के कारण और ठेकेदार को लाभ देने के कारण ऐसा हुआ है। कई ठेकेदार शराब की बोतल के प्राइस से ज्यादा में बोतल बेच रहे हैं। बावजूद उसके उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। यह सभी चेहते हैं सरकार के तभी ऐसा हुआ है।

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