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December 19, 2024

सुक्खू सरकार ने दो साल में कितने पद किए सृजित, जानें एक लाइन में क्या दिया जवाब

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शिमला। हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। आज शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन है। सदन में विपक्ष सत्ता पक्ष पर सवालों की बौछार कर रहा है। जिसका सत्ता पक्ष जवाब भी दे रहा है। लेकिन बीजेपी द्वारा पूछे गए कुछ सवालों का जवाब सुक्खू सरकार मात्र एक लाइन में देकर अपना पीछा छुड़वाने का प्रयास कर रही है।

सरकार ने पदों के सृजित पर क्या दिया जवाब

दरअसल शीतकालीन सत्र में बीजेपी के विधायक ने सवाल पूछा था कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद से अब तक दो सालों में कितने विभागों में नए पद सृजित किए। जिसका जवाब सत्ता पक्ष की ओर से मात्र एक लाइन में दिया गया, जिसमें कहा गया कि सरकार द्वारा सूचना एकत्रित की जा रही है। यह भी पढ़ें : हिमाचल विधानसभा के बाहर बेरोजगारों का प्रदर्शन, पक्की नौकरी सहित उठाई ये मांगें

सतपाल सत्ती ने पूछा था सवाल

यह सवाल सुलह के बीजेपी विधायक विपिन सिंह परमार और ऊना के विधायत सतपाल सिंह सत्ती की ओर से उठाया गया था। जिसमें पूछा गया था कि सरकार ने दो वर्षों में विभिन्न विभागों के कार्यालय में कितने पद सृजित किए। क्या इन पदों के लिए वित्त विभाग से स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, इन कार्यालयों को खोलने का क्या आधार है। क्या इन पदों पर कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है। यह भी पढ़ें : अनुराग बोले- कांग्रेस राज में हिमाचल की जनता त्रस्त, महंगाई की मार ने तोड़ी कमर

क्या था सवाल

यही नहीं दोनों बीजेपी विधायकों ने सवाल पूछा था कि इस अवधी में सरकार ने विभिन्न विभागों में किस किस श्रेणी के कितने कितने पद समाप्त किए और समाप्त किए गए पदों के नाम, कारण और पदवार ब्यौरा दें। दोनों बीजेपी विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में सुक्खू सरकार ने मात्र इतना ही कहा है कि सूचना एकत्रित की जा रही है। यह भी पढ़ें : हिमाचल के सरकारी स्कूल की छात्रा का कमाल, नेशनल लेवल पर दिखाएगी प्रतिभा

सरकार को क्यों नहीं पता था इस सवाल का जवाब

अब सवाल यह उठता है कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले पांच लाख नौकरियां देने का वादा किया था। विपक्ष भी सरकार के इस वादे को लेकर लगातार सवाल उठाता रहा है, कि सुक्खू सरकार ने सत्ता में आने के बाद कितने लोगों को नौकरी दी। लेकिन जब यही सवाल शीतकालीन सत्र में पूछा गया तो सरकार ने इस पर कोई जानकारी ना होने की बात कह दी। यह भी पढ़ें : “सुक्खू भइया-सुक्खू भइया, जंगली मुर्गा किसने खाया?”- विधानसभा में गूंजा ऐसा नारा

भुवनेश्वर गौड़ के सवाल का भी एक लाइन में जवाब

इसी तरह से कुल्लू के कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने सरकार से मल्टी पर्पज वर्कर्ज के बारे में सवाल पूछा था। भुवनेश्वर गौड़ का सवाल था कि पिछले तीन सालों में 15-01-2024 तक विभिन्न विभागों, बोर्डों, निगमों में कितने मल्टी पर्पज वर्कर्ज सरकार ने किस.किस नीति के तहत नियुक्त किए हैं। इस पर भी सरकार की तरफ से एक पंक्ति में जवाब दिया गया, जिसमें कहा गया कि सूचना एकत्रित की जा रही है। यह भी पढ़ें : कांग्रेस MLA के साथ धरने पर बैठे CM सुक्खू, बोले-सत्ता के नशे में चूर हैं अमित शाह

मानसून सत्र में पूछे सवालों का नहीं मिला जवाब

बता दें कि सरकार जब भी किसी मुद्दे से बचना चाहती है और किसी सवाल का जवाब ना देना चाहती हो तो इसी तरह से सूचनाएं एकत्रित करने की बात कही जाती है। ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब मानसून सत्र में पूछा जाता है, लेकिन उनका जवाब अगले सत्र में भी नहीं मिलता है। ऐसा ही एक सवाल मानसून सत्र में कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने भी पूछा था।

सरकार की एफडीआर पर पूछा था सवाल

केवल सिंह पठानिया ने सवाल पूछा था कि वर्तमान में सरकार की कितनी एफडीआर किन.किन बैंकों के पास जमा है। उन पर कितना ब्याज प्राप्त हो रहा है। जमा राशि पर प्रदान किए जा रहे ब्याज का बैंकवार ब्यौरा दें। इन एफडीआर का नवीनीकरण कब.कब हुआ। केवल सिंह पठानिया यह सवाल पूर्व मानसून सत्र में पूछा था। लेकिन इसका जवान भी सरकार द्वारा सूचना एकत्रित की जा रही है कह कर दिया गया था।

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