धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होगा। जिसकी तैयारियां भी प्रशासन ने शुरू कर दी हैं। शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कांगड़ा जिला प्रशासन को व्यवस्था और तैयारियों के निर्देश दे दिए हैं। जिसके बाद प्रशासन ने भी इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कुलदीप पठानिया ने दिए तैयारियों के निर्देश
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का सातवां शीतकालीन सत्र दिसंबर के तीसरे सप्ताह से प्रस्तावित है। यह शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होगा। सर्दी के मौसम में धर्मशाला का तपोवन सियासी गरमाहट से तपेगा। शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अपने दक्षिण कोरिया टूअर के दौरान वहीं से कांगड़ा जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे।
यह भी पढ़ें : AICC सचिव के समक्ष नेताओं की नाराजगी, बैठकों से दूरी; कैसे खड़ा होगा संगठन !
धमाकेदार होगा शतकालीन सत्र
बता दें कि इस बार का शीतकालीन सत्र धमाकेदार होगा। विपक्ष कई मुद्दों पर प्रदेश की सत्तासीन कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास करेगी। हालांकि सत्ता पक्ष भी विपक्ष के तीखे सवालों को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार रहेगा। इससे पहले 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चले विधानसभा का मानसून सत्र भी काफी हंगामेदार रहा था। उस दौरान मानसून सत्र में सबसे अधिक 10 बैठकें हुई थीं।
यह भी पढ़ें : आरएस बाली ने कर्मचारी नेताओं से मांगा एफिडेविट, बोले- झूठ बर्दाश्त नहीं करेंगे
विदेश टूअर से आज लौटे कुलदीप पठानिया
कुलदीप पठानिया ने कहा कि एक कैलेंडर वर्ष में विधानसभा की ओर से तीन सत्रों का आयोजन किया जाता है। इसलिए 31 दिसंबर से पूर्व सत्र का आयोजन हर हाल में होना है। पठानिया आज 26 नवंबर को अपने दक्षिण कोरिया टूअर से स्वदेश लौट आए हैं। सूत्रों की मानें तो अब सुक्खू सरकार शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से मिलेंगे और सत्र की तारीख तय की जाएगी।
यह भी पढ़ें : CM सुक्खू बोले- कड़े फैसलों से गरीबों को आंच नहीं, पर्सनल टारगेट कर रही BJP
कुलदीप सिंह पठानिया 23 से 25 नवंबर तक दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के प्रवास पर हैं और आज भी उनका कई दर्शनीय स्थलों पर जाने का कार्यक्रम है। श्री पठानिया ने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ भारत के मजबूत राजनीतिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक संबंध हैं