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August 27, 2024

मानसून सत्र: सदन में गूंजा कंगना का विवादित बयान, पक्ष विपक्ष में तीखी नोकझोंक-जानें

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शिमला। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन मंडी की सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन पर दिए बयान का मुद्दा सदन में गूंजा। सदन में कांग्रेस के विधायकों ने कंगना मुर्दाबाद के नारे लगाए। बागवानी मंत्री ने तो कंगना रनौत के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर दी।

हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी करती है क्रिएट

संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कंगना रनौत ने किसानों.बागवानों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि कंगना हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी क्रिएट करती है। उन्होंने इस पर सदन में चर्चा की मांग करते हुए निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग मांगी।

हत्यारा,बलात्कारी बोलना दुखद

चौहान ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व ने यह स्पष्ट किया है कि कंगना के इस तरह के बयान के लिए अधिकृत नहीं हैं। देश के किसानों को हत्यारा.बलात्कारी बोलना दुखद है। उन्होंने कहा कि कंगना कहती हैं कि अमेरिका और चीन देश में अस्थिरता फैला रहे। यानी केंद्र सरकार की विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई कि चीन-अमेरिका यहां अस्थिरता फैला रहै हैं। उन्होंने सदन में निंदा प्रस्ताव पास करने का आग्रह किया।

सत्ता पक्ष और विपक्ष में हुई नोक-झोंक

वहीं, ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कंगना के बयान से किसान-बागवान आहत है। कंगना को हमेशा उट-पटांग बोलने की आदत है। उन्होंने कहा कि कंगना प्रदेश के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के क्षेत्र से आती हैं। किसान आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए। किसानों को बलात्कारी कहना सही नहीं है।

विपक्ष ने क्यों की नारेबाजी

सदन में जब कुलदीप राठौर बोल रहे थे तो विपक्ष ने हंगामा कर दिया। जिस पर राठौर ने कहा कि विपक्ष को क्यों तकलीफ हो रही है, क्या कंगना के बयान में उनकी सहमति है। जिस पर विपक्ष में हंगामा हो गया और विपक्ष के सदस्य भी हंगामा करने लगे और नारेबाजी भी शुरू कर दी। यह भी पढ़ें: सिग्नल तोड़ भाग रहे थे 5 यार, ट्रैफिक पुलिस पर की गाड़ी चढ़ाने की कोशिश

क्या बोले विधानसभा स्पीकर

इसके बाद स्पीकर ने कहा कि कंगना के बयान से बीजेपी हाईकमान पल्ला झाड़ चुका है। इसलिए इस पर वोट की जरूरत नहीं है।

क्या बोले जयराम ठाकुर

उधर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जो सदस्य इस सदन में नहीं है। उस पर चर्चा करने की इस सदन की परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह पार्टी का मत नहीं है। यह उनका निजी मत हो सकता है। वैसे भी जब पार्टी हाईकमान ने खंडन कर दिया है तो फिर इसे सदन में लाने की क्या जरूरत है। यह भी पढ़ें: मानसून सत्र- लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 वर्ष करने का विधेयक आज होगा पारित

क्या दिया था कंगना ने बयान

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते कंगना रनौत ने किसानों को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा कि सभी ने यह देखा है कि किसान आंदोलन में क्या हुआ। रेप हो रहे थे, प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई। लोगों को मार कर लटकाया जा रहा था। हालांकि बीजेपी हाईकमान ने कंगना के बयान से पल्ला झाड़ दिया था।

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