शिमला। हिमाचल की सड़कों पर अब आपको 15 साल पुराने वाहन नहीं दिखेंगे। केंद्र सरकार के आदेशों के बाद हिमाचल सरकार ने पहले ही 15 साल पुरानी हो चुकी 200 से ज्यादा सरकारी बसों को सड़कों से हटा दिया है। अब हिमाचल सरकार 15 साल पुराने निजी वाहनों को सड़कों से हटाने जा रही है। जिससे लोगों में हड़कंप मचना शुरू हो जाएगा।
स्क्रैप सेंटर खोलने के लिए 70 ने भरे टेंडर
15 साल पुराने सरकारी और निजी वाहनों को सड़कों से हटाने के लिए हिमाचल सरकार के परिवहन विभाग ने तैयारी पुरी कर ली है। परिवहन विभाग ने प्रदेश के सभी 12 जिला में स्क्रैप सेंटर खोलने के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। अब विभाग के पास 70 के करीब आवेदकों के टेंडर मिल गए हैं। परिवहन विभाग अगले कुछ ही दिनों में टेंडर प्रक्रिया पुरी कर प्रदेश के सभी 12 जिला में स्क्रैप सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर देगा।
यह भी पढ़ें: खेलते खेलते पानी के टैंक में जा गिरी दो साल की बच्ची, नहीं बचाया जा सका
हिमाचल की सड़कों पर अब नहीं दिखेंगे 15 साल पुराने वाहन
बता दें कि हिमाचल स्क्रैप पॉलिसी बनाई गई है। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। इस पॉलिसी के तहत हिमाचल की सड़कों पर अब 15 साल पुराने वाले नहीं दौड़ेंगे।
यह भी पढ़ें: हिमाचल भाजपा के नेता को पुलिस ने पकड़ा: 27 लोगों के साथ पार्टी कर रहा था
यही नहीं स्क्रैप किए जाने वाले वाहनों के स्पेयर पार्टस भी अन्य वाहनों में नहीं लगाए जाएंगे। स्क्रैप सेंटर मालिक को स्क्रैप हो चुके वाहन का कोई भी स्पेयर पार्ट दोबारा बेचने की इजाजत नहीं होगी। वाहन के स्क्रैप का उन्हें पूरा रिकॉर्ड रखना होगा।
स्क्रैप करने वाले वाहन मालिकों को रजिस्ट्रेशन में मिलेगी छूट
हालांकि स्क्रैप पॉलिसी के तहत स्क्रैप किए जाने वाले वाहनों के मालिकों को नए वाहन खरीदने पर सरकार रजिस्ट्रेशन में कुछ हद तक छूट भी प्रदान करेगी। हिमाचल सरकार गैर-व्यावसायिक वाहनों को स्क्रैप करने वालों को नया वाहन खरीदने पर रजिस्ट्रेशन फीस में 25 फीसदी की छूट देगी।
व्यावसायिक वाहनों को स्क्रेप करने पर 15 फीसदी की छूट दी जाएगी। सरकार का रजिस्ट्रेशन फीस में छूट देने का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को पुराने वाहनों को स्क्रेप करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
हिमाचल की सड़कों पर दौड़ते हैं लाखों पुराने वाहन
बता दें कि हिमाचल में लाखों ऐसे वाहन हैं जो 15 साल के बाद भी सड़कों पर दौड़ते हैं। ऐसे वाहन मालिकों की आने वाले कुछ दिनों में मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। वहीं कई लोग कबाड़ में दिए जा चुके वाहनों के पुराने स्पेयर पार्टस को कम पैसों में खरीद कर उन्हें अपने वाहनों में इस्तेमाल कर लेते थे, लेकिन नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत अब पुराने वाहनों के स्पेयर पार्टस भी इस्तेमान नहीं किए जा सकेंगे।
यह भी पढ़ें: BJP का साथ देने वालों को धमका रहे CM सुक्खू, ठेकेदारों से कर रहे वसूली
क्या कहते हैं परिवहन विभाग के निदेशक
हिमाचल के परिवहन विभाग ने हाल ही में स्क्रैप सेंटर खोलने के लिए इच्छुक लोगों को सरकार की स्क्रेप पॉलिसी की जानकारी दी थी। उन्हें स्क्रैप पॉलिसी के नियम और शर्तें भी बताई गई थी।
यह भी पढ़ें: हिमाचल पहुंचा एक और नशा: ब्राउन शुगर के साथ दो लोग गिरफ्तार
हिमाचल परिवहन विभाग के निदेशक डीसी नेगी ने बताया प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में स्क्रैप सेंटर खोले जाएंगे। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। इनका मूल्यांकन करने का काम चल रहा है। जल्द ही स्क्रैप सेंटर खोलने का काम आवंटित कर दिया जाएगा।