हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और बारिश से आई आपदा ने हिमाचल को एक बार फिर ना भूलने वाले जख्म दिए है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से लोग सहमे हुए है। वहीं हिमाचल की संपदा को करोड़ों की चपत लग चुकी है।
वहीं, खबर यह है कि बारिश का सितम अभी रुकने वाला नहीं है। हिमाचल में 20 अगस्त तक मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के बीच ही हिमाचल के कई क्षेत्रों में बारिश ने खूब तबाही की है।
आने वाले 7 दिन भारी
20 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग शिमला ने 12 में से 10 जिलों में 20 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया। ऐसे में चंबा, कांगड़ा, शिमला, ऊना और सिरमौर जिलों के कई हिस्सों में बाढ़ आने का खतरा हो सकता है। लोगों को अलर्ट पर रहने की हिदायत दी गई है।
अगस्त में जरूरत से ज्यादा बारिश
जुलाई महीने में मानसून प्रदेश में कमजोर पड़ा। जिसका असर फसलों पर देखने को मिला। बागवान-किसान निराश दिखा। आंकड़ों के अनुसार पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 23 % कम बारिश हुई है। लेकिन अगस्त महीने में भारी बारिश ने हिमाचल के लोगों की दिक्कतों को बढ़ाया है। 1 से 15 अगस्त तक प्रदेश भर में 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
1हजार करोड़ की संपत्ति स्वाहा
अगस्त महीने में तेज हुए मानसून ने प्रदेश की आर्थिकी को काफी नुकसान पहुंचाया है। फसलें तबाह हुई है। वहीं, सरकारी और निजी संपत्ति की बात करें तो बारिश के कारण 1085 करोड़ की चपत लग चुकी है। वहीं यह आंकड़ा आने वाले समय में बढ़ सकता है।
115 सड़कें बंद
प्रदेश में पिछले दिनों के दौरान हुई बारिश से 115 सड़कें बंद पड़ी है। लोगों की आवाजाही ठप हो गई है। वहीं भूस्खलन से कई पुलों को नुकसान हो गया, वहीं कई एनएच ढह गए हैं।
इस मानसून के बड़े हादसे
31 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ से रामपुर के समेज में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली। इस हादसे में 36 लोगों ने अपनी जान गवाईं। वहीं, मंडी के राजभान गांव में नौ और कुल्लू के बागीपुल में चार शव मिले हैं।