शिमला। हिमाचल में आज 9 तारीख बुधवार को दोपहर बाद पेंशनरों को उस समय राहत मिली, जब उनके मोबाइल पर पेंशन आने का संदेश मिला। कई पेंशनर्स को पेंशन के साथ एरियर की किस्त भी मिली। जिससे लंबे इंतजार का दर्द कुछ हद तक कम हो गया। बता दें कि सुक्खू सरकार ने आज बुधवार दोपहर बाद प्रदेश के लगभग 1ण्80 लाख पेंशनर्स के खाते में पेंशन डाली।
30 हजार पेंशनरों को पेंशन के साथ मिला एरियर
यही नहीं सुख की सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र के करीब 30 हजार पेंशनरों को आज उनकी पेंशन के साथ पिछला एरियर भी मिल गया है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य करीब डेढ़ लाख पेंशनरांे को भी आज पेंशन मिल गई। पहली तारीख को पेंशन ना मिलने से पेंशनर्स काफी निराश थे और सुक्खू सरकार के खिलाफ उन्होंने मोर्चा भी खोल दिया है।
देहरा में किया था एरियर देने का वादा
दरअसल हिमाचल में पहली जनवरी 2016 से लागू हुए नए वेतनमान के साथ साथ पेंशन वितरण प्रणाली में भी संशोधन हुआ है। जिससे कर्मचारियों और पेंशनरों का बना एरियर सरकार अभी तक नहीं दे पाई है। इस बार देहरा में हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह में सीएम सुक्खू ने 75 साल से अधिक उम्र के पेंशनरों को एरियर देने का वादा किया था।
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स्वतंत्रता दिवस की घोषणा को सीएम सुक्खू ने किया पूरा
आज सुक्खू सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर की अपनी घोषणा को पूरा करते हुए प्रदेश के 75 साल से अधिक उम्र के पेंशनरों को उनके शेष बचे एरियर का 50 फीसदी एरियर दे दिया है। हालांकि वित विभाग ने इसको लेकर आदेश 28 अगस्त को ही जारी कर दिए थ। लेकिन पेंशन संबंधी औपचारिकताओं को पूरा करने में समय लग गया।
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पेंशनरों का अब 22.50 फीसदी एरियर ही बचा
बता दें कि पेंशनरों को इससे पहले 55 फीसदी एरियर दिया जा चुका था। अब 45 फीसदी एरियर ही शेष देय है। जिसे सुक्खू सरकार को देना है। 45 फीसदी का यह 50 प्रतिशत शेष 22.50 फीसदी है तो इसे देने के बाद 75 वर्ष से अधिक उम्र के पेंशनरों को 22.50 फीसदी एरियर देना ही शेष बचेगा।
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दो माह से समय पर नहीं मिल रहा वेतन पेंशन
बता दें कि हिमाचल की बीमार चल रही आर्थिक स्थिति को देखते हुए पिछले माह सितंबर में सुक्खू सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों को समय पर पेंशन वेतन नहीं दिया था। कर्मचारियों को वेतन पांच तरीख को तो पेंशनरों को पेंशन 10 तारीख को मिली थी। इस बार सुक्खू सरकार ने कर्मचारियों को तो पहली तारीख को वेतन दे दिया, लेकिन पेंशनरों को पेंशन 9 तारीख देने की बात कही थी।
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सीएम सुक्खू ने देरी से वेतन पेंशन देने का क्या बताया कारण
हालांकि सुक्खू सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों को वेतन और पेंशन देरी से देने का कारण प्रदेश को करोड़ों के फायदा होने की बात कही थी। सीएम सुक्खू ने बताया था कि कर्मचारियांे और पेंशनरों को कुछ दिन देरी से वेतन और पेंशन देने से हर माह लिए जा रहे कर्ज पर तीन करोड़ रुपए के ब्याज की बचत हो रही है।