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September 20, 2024

हिमाचल में मिलती है देश की सबसे महंगी सब्जी- स्वाद में भी लाजवाब

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शिमला। हिमाचल प्रदेश अपनी खूबसूरत पहाड़ियों और समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। इस राज्य में मिलने वाली गुच्छी (Morchella esculenta) जिसे आमतौर पर "मोरचेल्ला" कहा जाता है, न केवल अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके औषधीय गुणों के कारण भी यह बहुत फायदेमंद मानी जाती है। गुच्छी एक प्रकार का मशरूम है, जो प्रायः ऊँचाई वाले क्षेत्रों में वसंत के मौसम में उगता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि गुच्छी आपके सेहत के लिए कितनी लाभदायक है। चलिए आपको बताते हैं गुच्छी के लाभ

गुच्छी के लाभ

गुच्छी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा, गुच्छी में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन (जैसे B विटामिन), और खनिज जैसे कैल्शियम, पोटैशियम और सेलेनियम भी होते हैं। यह दिल की सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है। इसके औषधीय गुणों के कारण गुच्छी का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने, त्वचा की समस्याओं को सुधारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। इसके साथ ही, गुच्छी का सेवन वजन नियंत्रित करने में भी मददगार साबित हो सकता है। यह भी पढ़ें: सचिवालय में कैबिनेट बैठक- बाहर गरजेंगे बेरोजगार, याद दिलवाएंगे वादे

दाम और उपलब्धता

गुच्छी की कीमत मौसम, उपलब्धता और बाजार की मांग पर निर्भर करती है। वर्तमान में, गुच्छी की कीमत 2000 से 6000 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो सकती है। यह कीमत विभिन्न मार्केटों में भिन्न हो सकती है और आमतौर पर वसंत के मौसम (मार्च से मई) में इसकी बिक्री बढ़ जाती है। वहीं कुछ बाजार में इसकी कीमत 25 से 30 हजार रुपए प्रति किलो है। गुच्छी को आमतौर पर स्थानीय बाजारों में बेचा जाता है, और इसे ताजा या सूखे रूप में पाया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश में, गुच्छी की फसल उगाने वाले किसान और स्थानीय शिकारियों द्वारा इसे इकट्ठा किया जाता है। इसके बाद, इसे स्थानीय बाजारों और सुपरमार्केट्स में बेचा जाता है। यह भी पढ़ें: DC किन्नौर के पिता के कपड़े और मोबाइल अमृतसर में मिले, गुमशुदा की कोई खबर नहीं

कैसे मिलती है गुच्छी

गुच्छी की खोज एक रोमांचक अनुभव हो सकता है। इसे जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में उगते हुए ढूंढा जा सकता है। वसंत के मौसम में, जब बर्फ पिघलती है, तो गुच्छी उगने लगती है। शिकारियों को यह ध्यान रखना होता है कि गुच्छी को सही स्थानों पर खोजा जाए, जैसे कि नमी वाले क्षेत्रों और सूखे पत्तों के बीच। साथ ही, गुच्छी को इकट्ठा करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इसके साथ कुछ जहरीले मशरूम भी हो सकते हैं। इसलिए, अनुभवी मशरूम खोजियों की सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है। यह भी पढ़ें: हिमाचल में पैदल नशा बेचने निकले थे पंजाबी युवक, लाखों की खेप के साथ हुए अरेस्ट गुच्छी न केवल एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। हिमाचल प्रदेश की यह कीमती प्राकृतिक संपत्ति स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। यदि आप हिमाचल प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं, तो गुच्छी का स्वाद लेना न भूलें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें।

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