शिमला। हिमाचल प्रदेश में मुफ्त पानी और बिजली बंद करने के बाद अब सरकार डिपुओं में मिलने वाले राशन पर भी अधिक पैसा वसूली की तैयारी कर रही है। सितंबर महीने से डिपुओं में मिलने वाला आटा-चावल और अन्य सामग्री के दाम बढ़ाने की तैयारी कर दी गई है।
15 साल बाद बढ़ेगें आटा-चावल के दाम
प्रदेश के राशन डिपुओं में मिलने वाले राशन में आटा-चावल का दाम पिछले 15 सालों में नहीं बढ़ा था। हालांकि दाल और तेल का दामों में समय समय में बढ़ोतरी देखी गई। अब 15 साल बाद प्रदेश में आटा-चावल के दामों को बढ़ाया जा रहा है।
क्यों बढ़ रहें दाम
प्रदेश में राशनकार्ड उपभोक्ताओं को चावल और गेंहू केंद्र सरकार द्वारा मुहैया करवाया जाता है। इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार आटा-चावल के दामों को बढ़ा रही है। इसके पीछे सरकार का तर्क है कि प्रदेश में राशन डिपुओं और गोदामों तक राशन पहुंचाने का भाड़ा बढ़ गया है। ट्रांसपोर्ट में आ रहे खर्च का निपटारा करने के लिए राशन के रेट में बढ़ोतरी करने की तैयारी चल रही है।
जानिए आटा-चावल के नए दाम
प्रदेश में इस समय तक APL और BPL उपभोक्ताओं को अलग-अलग रेट पर राशन मिलता है। इस समय APL राशनकार्ड धारकों को आटा 9रू 30 पैसा मिलता है, जिसकी कीमत बढ़कर 12 रुपये प्रति किलो हो जाएगी। वहीं 10 रूपए में मिलने वाले चावल की कीमत 13 रूपए तक बढ़ने वाली है।
इसी तरह BPL उपभोक्ताओं को आटा 7 रूपए किलो में मिलता है जिसकी कीमत बढकर 9.30 रूपए होने जा रही है। वहीं चावल 6.85 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति किलो तक मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस समय प्रदेश में साढ़े 19 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। जिसमें 12 लाख के करीब APL उपभोक्ता हैं, जबकि बाकी BPL में हैं।
अगले महीने से नई दरें होंगी लागू
खाद्य आपूर्ति निगम ने प्रस्ताव तैयार कर अगले महीने यानि सितंबर को इस नई व्यवस्था को लागू करने पर विचार बना दिया है। जिसके बाद नई दरों पर ही हिमाचल में आटा-चावल मिलेगा।