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December 31, 2024

हिमाचल: 'टॉयलेट शुल्क' पर घिरी MC शिमला, कुछ घंटों में बदला फैसला; जानें

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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नगर निगम ने सार्वजनिक शौचालयों में पुरुषों से यूरिन शुल्क वसूलने का फैसला लिया था। नगर निगम शिमला ने यह फैसला दो दिन पहले हुई मासिक बैठक में लिया था। नगर निगम के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया था और हर तरफ इस फैसले को लेकर नगर निगम शिमला की फजीहत होने लगी थी।

कुछ घंटों में वापस लिया फैसला

हर तरफ अपनी फजीहत होता देख नगर निगम शिमला ने कुछ ही घंटों में अपना फैसला वापस ले लिया है। नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने आज मंगलवार को यह बात कही है। एमसी शिमला के अध्यक्ष सुरेंद्र चौहान ने कहा कि नगर निगम शिमला के तहत आते सार्वजनिक शौचालयों में इस तरह का कोई भी शुल्क नहीं वसूला जाएगा। यह भी पढ़ें : हिमाचल में यहां अब नए तरह का “टॉयलेट” शुल्क, पुरुषों से की जाएगी वसूली

मासिक बैठक में किया था यूरिन शुल्क का फैसला

बता दें कि बीते रोज ही नगर निगम शिमला की मासिक बैठक हुई थी। इस बैठक में नगर निगम के तहत आते 130 सार्वजनिक शौचालयों में से 30 में महिला की ही तरह पुरुषों से भी पांच रुपए यरिन शुल्क वसूलने पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद इस इस व्यवस्था को नए साल से लागू करने का निर्णय लिया गया। यही नहीं स्थानीय दुकानदारों के इसके लिए वकायदा पास बनाने पर भी निर्णय लिया गया था। यह भी पढ़ें : नए साल का जश्न- हिमाचल में चेकिंग के बाद होगी पर्यटकों की एंट्री, पुलिस सतर्क

दुकानदारों के टॉयलेट पास बनाने की कही थी बात

बैठक में निर्णय लिया गया था कि स्थानीय दुकानदारों और उनके कामगारों के सार्वजनिक शौचालय के पास बनाए जाएंगे। इसके लिए एक माह का 100 से 150 रुपए यूरिन शुल्क वसूल किया जाएगा। स्थानीय दुकानदारों और उनके यहां काम करने वाले कामगारों को शौचालयों में अपना पास दिखाना होगा। यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार के लिए मुश्किलों भरा रहा 2024- गिरते-गिरते बची थी सरकार, पढ़ें पूरी खबर

टॉयलेट पास बनाने वाला देश का पहला राज्य बनता हिमाचल

नगर निगम के इस फैसले का स्थानीय व्यापार मंडल से लेकर अन्य लोगों ने विरोध किया था। नगर निगम शिमला अगर अपना फैसला नहीं बदलता तो शायद हिमाचल प्रदेश टॉयलेट पास बनाने वाला देश का पहला राज्य बन जाता।

पुरुषों से 5 रुपए यूरिन शुल्क वसूलने की थी तैयारी

हर तरफ अपने इस फैसले की फजीहत होती देख कर अब एक दिन बाद ही नगर निगम शिमला ने पुरुषों से 5 रुपए यूरिन शुल्क वसूलने का फैसला वापस ले लिया है। नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में सार्वजनिक शौचालय का रखरखाव सुलभ इंटरनेशनल द्वारा किया जाता है। नगर निगम को इसकी एवज में उन्हें हर माह 2 लाख 44 हजार रुपए देने पड़ते हैं। यह भी पढ़ें : हिमाचल : अपनी बाइक से काम पर जा रहा था दर्शन, वाहन चालक ने कुचला

हाईकोर्ट में भी चल रहा केस

सुलभ इंटरनेशनल ने हाई कोर्ट में शुल्क को लेकर याचिका भी दायर की है। जिस पर सुनवाई हो रही है। लेकिन नगर निगम अपनी ओर से यह पक्ष कोर्ट में रखने जा रहा है कि सार्वजनिक शौचालय में किसी से कोई भी शुल्क ना लिया जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं से भी किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जा रहा। ऐसे में पुरुषों को भी कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ेगा। यह भी पढ़ें : हिमाचल: 10 हजार से अधिक के बिल नहीं हो रहे पास, लगाई रोक; ट्रेजरी ने भेजे वापस

क्या बोले एमसी शिमला के महापौर

सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में सार्वजनिक शौचालय में शुल्क लेने को लेकर नगर निगम का कोई भी ऐसा प्रस्ताव नहीं था। यह मामला कोर्ट के विचाराधीन है जिसको देखते हुए मासिक बैठक में इसको लेकर चर्चा जरूर की गई, लेकिन नगर निगम की कोई भी ऐसी मंशा नहीं है कि शहर के लोगों से सार्वजनिक शौचालय में शुल्क वसूला जाए।

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