शिमला। हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र ने बड़ी मदद भेजी है, जिसके बाद प्रदेश को थोड़ी राहत जरूर मिलने वाली है। बता दें कि ये राहत प्रदेश को नाबार्ड के फंड के रूप में आई है। मानसून का दंश झेल रहे हिमाचल प्रदेश को काफी नुकसान हुआ है। जिस कारण केंद्र ने ये पैसा प्रदेश को भेजा है।
PWD विभाग को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हिमाचल को 27 जून से 20 अगस्त तक 1192 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
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वहीं, इस सीजन में 233 की मौत और 358 घायल हुए हैं। 29 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं। साथ ही 6786 पशु-पक्षियों की मौत हो गई है। वहीं, अब तक 633 करोड़ के जख्म झेल चुके पीडब्ल्यूडी के खाते में केंद्र ने मदद भेजी है।
295 करोड़ 64 लाख की मदद
बता दें कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में पहली बार नाबार्ड से 295 करोड़ 64 लाख के 35 प्रोजेक्ट मंजूर हुए हैँ। विशेष बात यह है कि हिमाचल की हिस्सेदारी इसमें महज दस फीसदी की रहेगी, जबकि 266.08 करोड़ रुपए ऋण के माध्यम से मिलेंगे।गौर रहे कि हिमाचल को इस साल मिली यह पहली मंजूरी है। राज्य सरकार की हिस्सेदारी इसमें 29.56 करोड़ रुपए की रहेगी।
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प्रदेश में इस बार भी मची तबाही
प्रदेश में मानसून ने इस साल भी कभी ना भूलने वाले जख्म दिए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस बार हिमाचल में जान गवाने वालों का आंकड़ा 233 पहुंच गया है।
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रिपोर्ट में सामने आया है कि इस आपदा में प्रदेश के 58 पक्के और 73 कच्चे घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पहुंची है। वहीं, 104 पक्के और 278 घरों को पहुंचा नुकसान हुआ है। वहीं, 55 दुकानें/फैक्टरी, 31 लेबर शेड/, 389 पशुशालाएं जमींदोज हो गई है।