शिमला। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की गाज गिरेगी। शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इस कार्रवाई में वह शिक्षक नपेंगे, जिनके स्कूलों में 25 फीसदी से भी कम रिजल्ट आया है। इन शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाएगा और फिर उन पर कार्रवाई भी हो सकती है।
25 फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को नोटिस
दरअसल प्रांरभिक शिक्षा विभाग जीरो से 25 फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने जा रहा है। इन शिक्षकों से इसका कारण पूछा जाएगा और अगर इनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो इन शिक्षकों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। प्रदेश के 116 स्कूलों को रिजल्ट 25 फीसदी से भी कम आया था।
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शिक्षा विभाग ने बोर्ड से मांगी थी सूची
शिक्षा विभाग ने स्कूल शिक्षा बोर्ड से स्कूलों के रिजल्ट की सूची मांगी थी। शिक्षा विभाग द्वारा मांगी गई सूत्री में 100 फीसदी, 60 फीसदी, 50 फीसदी से कम और 25 फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों का ब्यौरा मांगा गया था। अब यह सूची विभाग के पास पहुंच गई है। इस सूची के विभाग के पास पहुंचते ही चौंकाने वाले खुलासे हुए।
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116 स्कूलों का रिजल्ट 25 फीसदी से कम, 30 का जीरो
स्कूल शिक्षा बोर्ड से आई खराब रिजल्ट देने वाले स्कूलों की सूची में 116 ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जिनका रिजल्ट 25 फीसदी से कम आया है। इससे भी बड़ी बात यह है कि 30 सरकारी स्कूल ऐसे हैं जिनका बोर्ड का रिजल्ट जीरो रहा है।
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शिक्षकों से एक सप्ताह में मांगा जाएगा जवाब
शिक्षा बोर्ड की इस सूची के आने के बाद विभाग ने अब सीएंडवी व टीजीटी शिक्षकों की सूची तैयार कर ली है। इन सभी शिक्षकों को अब कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे एक सप्ताह में इसका जवाब मांगा जाएगा। शिक्षकों का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उन पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
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प्रमोशन और इंक्रीमेंट पर लग सकती है रोक
शिक्षा विभाग कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों की प्रमोशन व इंक्रीमेंट पर रोक लगा सकती है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष कोहली का कहना है कि शिक्षकों की सूची तैयार कर दी गई है। जल्द इन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे खराब रिजल्ट देने का कारण पूछा जाएगा।