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September 23, 2024

संजौली मस्जिद मामले में अब होगा कुछ बड़ा, जानें किस आंदोलन की दी चेतावनी

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शिमला। हिमाचल के संजौली मस्जिद विवाद की चिंगारी पूरे हिमाचल में भड़क उठी है। हिंदू संगठनों सहित स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर कर अवैध मस्जिदों को गिराने की मांग कर रहे हैं। इस सब के बीच अब देवभूमि संघर्ष समिति ने बड़ा ऐलान किया है। देवभूमि संघर्ष समिति ने पांच दिन बाद यानी 28 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयांे में धरने प्रदर्शन की घोषणा कर दी है।

28 कोे फिर होगा प्रदर्शन

आज यानी सोमवार को राजधानी शिमला में देवभूमि संघर्ष समिति के संयोजक भरत भूषण ने बड़ा ऐलान करते हुए जहां 28 सितंबर को प्रदेश भर के मुख्यालयों में प्रदर्शन की घोषणा कर दी है। वहीं उन्होंने कहा है कि अगर 5 अक्तूबर को निगम आयुक्त कोर्ट में अगर कोई फैसला नहीं आया तो फिर देवभूमि संघर्ष समिति प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। यह भी पढ़ें : हिमाचल: होटल में लग रही थी लड़कियों के जिस्म की बोली; दे*ह व्यापार का पर्दाफाश

5 अक्तूबर पर टिकी सबकी नजरें

दरअसल संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण का मामला नगर निगम आयुक्त की कोर्ट में चल रहा है। इसकी पिछली सुनवाई पांच सितंबर को हुई थी। लेकिन उसमें कोई फैसला नहीं हो पाया। अब इस मामले की अगली सुनवाई पांच अक्तूबर को होगी। पूरे प्रदेश की नजरें अब पांच अक्तूबर पर टिकी हुई हैं। हिंदू संगठन भी पांच अक्तूबर को होने वाले फैसले के बाद ही आगामी रणनीति बनाएंगे। यह भी पढ़ें: हिमाचल की वादियों से दिल्ली लौटे सोनिया और राहुल गांधी, प्रियंका यहीं डटीं

जेल भरो आंदोलन करेंगे शुरू

अपने आने वाले आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए भरत भूषण ने बताया कि 28 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों मंे एक साथ देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले शातिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किए जाएंगे। उसके बाद अगर नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला उनके हक में नहीं आया तो प्रदेश भर में देवभूमि संघर्ष समिति जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। यह भी पढ़ें: हिमाचल : तीसरी मंजिल से गिरा मिस्त्री- साथियों ने ठेकेदार पर जड़े आरोप

क्या बोले समिति के संयोजन भरत भूषण

भरत भूषण ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी आंदोलन का कोई नेता नहीं है। आंदोलन का ना तो कोई राजनीतिक दल या संगठन नेतृत्व कर रहा है और ना ही इसे कोई नेता लीड कर रहा है। पहली बार लोग अपनी मर्जी से इस आंदोलन में हिस्सा लेने के आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली सितंबर से शुरू हुए इस आंदोलन में अब तक प्रदेश भर में 28 स्थानों पर प्रदर्शन हो चुके हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल की बेटी को केंद्र में मिली बड़ी जिम्मेदारी, पहले अटेंप्ट में पास किया UPSC एग्जाम

विशेष समुदाय जमीनों पर कर रहा अतिक्रमण

भरत भूषण ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ सालों में विशेष समुदाय के लोगांे में बेतहाशा वृद्धि हुई है। बाहरी राज्यों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के बाद कई लोग हिमाचल में शरण ले रहे हैं। जिसके चलते उन्होंने पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाई है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की वेरिफिकेशन की जानी चाहिए। यह भी पढ़ें : हिमाचल के 600 बागवानों का 25.80 करोड़ रुपए डकार गए आढ़ती, कब मिलेगा पैसा ? भरत भूषण ने कहा कि हिमाचल ही नहीं बल्कि पूरे देश में इस समय भूमि जिहाद चल रहा है। मजार, मस्जिद और कब्रिस्तान के नाम पर देश की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया जा रहा है।

दो मंत्रियों का जताया आभार

इस दौरान संघर्ष समिति संयोजक भरत भूषण ने प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि लोकनिर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह व पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस मामले को सदन में भी प्रमुखता के साथ उठाया था। जिसके लिए वह उनके आभारी हैं।

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