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January 25, 2025
सुक्खू सरकार फिर मर्ज करने जा रही 316 स्कूल, बच्चों को जाना पड़ेगा 2 से 7 KM दूर
इसी शैक्षणिक सत्र से पहले मर्ज होंगे 316 मिडल स्कूल
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार एक बार फिर प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों पर ताला जड़ने वाली है। इस बार शर्त 10 छात्रों की निर्धारित की गई है। यानी 10 से कम संख्या वाले स्कूलों को हिमाचल की सुक्खू सरकार अन्य स्कूलों में मर्ज कर देगी। जिसके बाद मर्ज किए स्कूलों के विद्यार्थियों को चार से पांच किलोमिटर दूर दूसरे स्कूल में जाना पड़ सकता है।
हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने 10 से कम विद्यार्थियों वाले 316 मिडल स्कूलों को मर्ज करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। जिसमें जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज के भी आठ स्कूल शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन 316 स्कूलों में इस समय 2116 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने पढ़ाने के लिए सरकार ने 813 शिक्षक नियुक्त कर रखे हैं।
सुक्खू सरकार अब इन इन स्कूलों को दो से लेकर सात किलोमीटर की दूरी नजदीकी स्कूलों में मर्ज करेगी। मर्ज किए जा रहे स्कूलों में इस समय तीन से पांच शिक्षक और तीन तीन गैर शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं। जिसका प्रस्ताव तैयार कर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश सरकार को भेज दिया है। अब जल्द ही सरकार इस पर बड़ा फैसला लेगी।
विभागीय अधिकारियों की मानें तो सरकार इसी शैक्षणिक सत्र में इस पर फैसला ले सकती है। यानी मार्च माह से पहले ही यह 316 मिडल स्कूल अन्य नजदीकी स्कूलों में मर्ज कर दिए जाएंगे। निदेशालय द्वारा सरकार को भेजे प्रस्ताव में यह भी बताया गया है कि कौन सा स्कूल कितनी दूरी पर दूसरे स्कूल में मर्ज किया जाना है। जिसकी एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर सरकार के पास भेजी गई है।
निदेशालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दर्शाया है कि इन स्कूलों को मर्ज करने से क्या क्या परेशानियां आ सकती है। बता दें कि मर्ज किए जाने वाले 316 मिडल स्कूलों में से सबसे अधिक स्कूल राजधानी शिमला में हैं। यहां 97 ऐसे स्कूल हैं, जिनमें छात्रों की संख्या 10 से कम है। इसी सूची में दूसरा स्थान कांगड़ा जिला का आता है और तीसरे नंबर पर जयराम ठाकुर का गृह जिला आएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार इस मामले में अंतिम फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि सरकार को शिक्षा निदेशालय की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले आंकड़े भी सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार लाहौल स्पीति के केलांग खंड के एक स्कूल में एक बच्चे को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक नियुक्त हैं। इसी तरह से उदयपुर में एक स्कूल में पढ़ने वाले नौ बच्चों के लिए छह शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। काजा में चार बच्चों के लिए तीन शिक्षक और एक अन्य स्कूल में तीन बच्चों के लिए चार शिक्षक नियुक्त हैं।
जिला चंबा के बनीखेत खंड में भी एक ऐसा स्कूल है, जहां पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 8 है और यहां पांच शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं। इसी खंड के एक अन्य स्कूल में दस बच्चों के लिए तीन शिक्षक नियुक्त हैं। बिलासपुर सदर के एक स्कूल में नौ बच्चों के लिए चार शिक्षक, घुमारवीं में छह बच्चों के लिए चार शिक्षक, नादौन खंड के एक स्कूल में सात बच्चों के लिए चार शिक्षक और कांगड़ा के कोटला में छह बच्चों के लिए पांच शिक्षक नियुक्त हैं।