शिमला। हिमाचल प्रदेश में आजकल ज्यादातर लोगों को शरीर दर्द की समस्या हो रही है। शरीर में लगातार दर्द महसूस होना एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन इसके कई संभावित कारण होते हैं। कभी-कभी यह सामान्य थकान या मांसपेशियों में खिंचाव से होता है, लेकिन अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो इसके पीछे कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आपके शरीर में लगातार दर्द बना रहता है, तो यह सलाह दी जाती है कि किसी चिकित्सक से परामर्श लें, ताकि इसका सही कारण जानकर उचित उपचार शुरू किया जा सके। यहां कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं जो आपके शरीर में लगातार दर्द का कारण बन सकते हैं-
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थकान और तनाव-
लंबे समय तक काम करने या मानसिक तनाव के कारण मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द हो सकता है। शरीर की सामान्य थकान भी पूरे शरीर में दर्द का कारण बन सकती है।
पोषण की कमी-
शरीर में जरूरी विटामिन, खनिज या पोषक तत्वों की कमी से भी मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है। खासकर, विटामिन D, B12 और केल्शियम की कमी से हड्डियों और मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द होने की संभावना होती है।
निर्जलीकरण-
शरीर में पानी की कमी भी मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द का कारण हो सकती है। पानी की उचित मात्रा शरीर में विभिन्न प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है।
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थायराइड की समस्या-
थायराइड ग्रंथि की असंतुलन स्थिति (हाइपोथायरायडिज्म) मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द का कारण बन सकती है। यह थकान, सूजन और मांसपेशियों की कमजोरी के साथ आता है।
फाइब्रोमायल्जिया-
यह एक दीर्घकालिक स्थिति है, जिसमें मांसपेशियों और नरम ऊतकों में दर्द और थकान महसूस होती है। यह स्थिति नींद की कमी, तनाव और भावनात्मक परेशानियों से भी जुड़ी हो सकती है।
संक्रमण या वायरल बीमारी-
फ्लू, सर्दी, या अन्य वायरल संक्रमणों के दौरान शरीर में दर्द सामान्य हो सकता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के काम करने का परिणाम हो सकता है।
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ऑटोइम्यून रोग-
कुछ ऑटोइम्यून विकार, जैसे कि ल्यूपस या रूमेटॉइड गठिया, शरीर में लगातार दर्द का कारण बन सकते हैं। ये रोग शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करते हैं और जोड़ों तथा मांसपेशियों में सूजन और दर्द पैदा कर सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि की कमी-
लंबे समय तक बैठे रहने या फिजिकल एक्टिविटी की कमी से शरीर में अकड़न और दर्द हो सकता है। मांसपेशियों को सक्रिय न रखने से वे कमजोर और कठोर हो सकती हैं।
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क्यों होती है शरीर में दर्द?
शरीर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ऑटोइम्यून बीमारियाँ, गठिया, पुराने संक्रमण, या विटामिन और प्रोटीन की कमी शामिल हैं। डॉ. मनोचा के अनुसार, आधुनिक चिकित्सा और तकनीक से इस दर्द का आसानी से इलाज संभव है। पीआरपी थेरेपी जैसी रीजेनरेटिव मेडिसिन, विशेष रूप से जोड़ों के दर्द में प्रभावी होती है।
क्रोनिक पेन (दीर्घकालिक दर्द) के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं। इनमें दवाओं के साथ-साथ अन्य चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं जैसे:
- एपिड्यूरल स्टेरॉयड इंजेक्शन- जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
- रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन- एक प्रक्रिया जिसमें दर्द पैदा करने वाले नर्व्स को प्रभावित किया जाता है।
- ट्रिगर पॉइंट इंजेक्शन- जो मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
इसके अलावा, पर्सनलाइज्ड फिजिकल थेरेपी (व्यक्तिगत शारीरिक चिकित्सा) से भी दर्द का उपचार किया जाता है, जो मरीज की विशेष जरूरतों के आधार पर बनाई जाती है।