हमीरपुर। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला में लोगों का फ्री में इलाज करने वाला राधा स्वामी सत्संग चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा बंद होने वाला है। अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल के गेट पर इसको लेकर सूचना लगा दी है। जिसके अनुसार पहली दिसंबर से यह अस्पताल बंद हो जाएगा। इस चैरिटेबल हॉस्पिटल के बंद होने की सूचना के बाद लोग भड़क गए हैं और सड़कांे पर उतर आए हैं। बड़ी बात यह है कि सीएम सुक्खू के आश्वासन के बाद भी अस्पताल बंद होने जा रहा है।
अस्पताल के गेट पर लगाई सूचना
दरअसल आज चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा के मुख्य गेट पर एक सूचना लगाई गई है। जिसमें लिखा गया है कि यह अस्पताल पहली दिसंबर 2024 से बंद हो जाएगा। अतं लोगों से अनुरोध है कि वह अपना इलाज करवाने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार अन्य अस्पताल में चले जाएं। इस सूचना के लगने के बाद आसपास के क्षेत्रों के भारी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर पहुंच गए और जमकर हंगामा कर दिया।
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लोगों का मुफ्त में होता है इलाज
मुफ्त में लोगों का इलाज करने वाले राधास्वामी सत्संग भोटा अस्पताल को बंद करने को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। लोगों ने अस्पताल के बाहर नेशनल हाइवे को बंद कर दिया और सुक्खू सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। लोगों ने सरकार को इस अस्पताल की हर संभव मदद करने की अपील की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त हमीरपुर से भी मिला और सरकार को ज्ञापन भेजा।
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सड़कों पर उतरे लोग
लोगों ने ज्ञापन में कहा है कि इस अस्पताल को बंद ना किया जाए। उन्होंने कहा कि इस अस्पातल में गरीब परिवार अपना फ्री में इलाज करवाते हैं। अगर यह या हॉस्पिटल बंद होता है तो जो गरीब परिवारों को परेशानी होगी। लोगों ने सरकार से मांग की है कि सरकार अगर कानून में भी कोई संशोधन करना पड़े तो जरूर किया जाए, मगर इस अस्पताल को बंद ना किया जाए।
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बता दंे कि हमीरपुर जिला के भोटा में स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल को संस्था ने डेरा ब्यास की सिस्टर कंसर्न महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर करने की इच्छा जताई थी। लेकिन इसके लिए सीलिंग ऑन लैंड होल्डिंग एक्ट आड़े आ रहा था। जिसको लेकर संस्था ने कांग्रेस सरकार से मदद मांगी थी।
सीएम सुक्खू ने क्या दिया था आश्वासन
वहीं संस्था की अपील पर सीएम सुक्खू ने आश्वासन दिया था कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल अब डेरा ब्यास की सिस्टर कंसर्न महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर होगा।
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अस्पताल के ट्रांसफर में लैंड सीलिंग एक्ट के प्रावधानों के संदर्भ में कुछ अड़चन आ रही हैं। उन्हें दूर करने के लिए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में ऑर्डिनेंस लाया जाएगा। ऑर्डिनेंस में डेरा बाबा जैमल सिंह जिसे राधा स्वामी सत्संग ब्यास डेरा के नाम से भी जाना जाता है, को लैंड सीलिंग एक्ट में छूट दी जाएगी।
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स्वास्थ्य उपकरण खरीदने पर भरना पड़ता है भारी जीएसटी
सीएम सुक्खू ने कहा था कि भोटा अस्पताल चेरिटेबल ट्रस्ट है और यहां मरीजों का निशुल्क इलाज होता है। अभी भोटा अस्पताल के लिए जो जरूरी स्वास्थ्य उपकरण खरीदे जाते हैं, उनके लिए जीएसटी का भुगतान करना होता है। ऐसे में राधा स्वामी सत्संग ब्यास प्रबंधन की तरफ से सरकार को आग्रह किया जा रहा था कि इसकी अनुमति दी जाए।