शिमला। जिनका कोई नहीं.. उनकी सुक्खू सरकार... इस बात को आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सही मायने में सच कर दिखाया है। हिमाचल के मुख्यमंत्री बनते अनाथ बच्चों के लिए काम किया और उन्हें चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट घोषित किया। सीएम सुक्खू ने ऐलान किया था कि इन बच्चों को हवाई जहाज की यात्रा करवाएंगे और बड़े होटल में भेजेंगे। इस बात को भी आज सीएम सुक्खू ने पूरा कर दिया है।
4 राज्यों के भ्रमण पर निकला चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का पहला दल
दरअसल सीएम सुक्खू ने आज गुरुवार को शिमला में चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट यानी जिन बच्चों के माता पिता नहीं हैं ऐसे 22 बच्चों के पहले दल को 13 दिवसीय भ्रमण पर रवाना किया।
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मुख्यमंत्री सुक्खू ने बच्चों की वॉल्वो बस को हरी झंडी दिखाई और उन्हें इस टूअर के लिए शुभकामनाएं दी। यह बच्चे सरकारी खर्चे पर चार राज्यों का भ्रमण करेंगे। इस दौरान बच्चे हवाई जहाज की यात्रा भी करेंगे और बड़े होटल में भी रहेंगे।
22 बच्चों म 16 लड़कियां, 6 लड़के शामिल
सीएम सुक्खू ने बताया कि भ्रमण पर निकले 22 बच्चों में 16 लड़कियां और 6 लड़के शामिल हैं। ये बच्चे 2 जनवरी से 4 जनवरी तक का चंडीगढ़ भ्रमण करेंगे और हिमाचल भवन चंडीगढ़ में रूकेंगे। इसके बाद 5 जनवरी को ये शताब्दी ट्रेन से दिल्ली जाएंगे और 8 जनवरी तक दिल्ली में ठहरेंगे। यहां यह बच्चे विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे।
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हवाई जहाज की करेंगे सैर
9 जनवरी को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट हवाई जहाज से गोवा के लिए रवाना होंगे और 13 जनवरी तक गोवा में एक थ्री स्टार होटल में ठहरेंगे। यहां भी बच्चे विभिन्न पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। 14 जनवरी को बच्चे गोवा से वापस हवाई जहाज में चंडीगढ़ पहुंचेंगे। 13 दिन के इस भ्रमण में जहां बच्चों का मनोरंजन होगा, वहीं उन्हें ऐतिहासिक जगह का ज्ञान भी मिलेगा।
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हिमाचल में 6 हजार अनाथ बच्चे
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 6000 अनाथ बच्चों को कानून बनाकर चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया है। उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना लागू की है। जिसके अन्तर्गत अनाथ बच्चों की देखभाल। उन्हें शिक्षा प्रदान करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रावधान किए गए हैं।