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October 29, 2024

सीएम सुक्खू बोले: बिजली बोर्ड में सुधार जरूरी, कर्मचारियों से बात कर लेंगे सुझाव

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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश में बिजली कर्मचारियों और पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीते रोज प्रदेश भर में इन बिजली कर्मचारियों और पेंशनर्स ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। प्रदर्शनकारियों ने उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है।

बिजली कर्मचारियों को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा

बिजली बोर्ड के इन कर्मचारियों की मांगों पर आज सीएम सुक्खू ने बड़ा बयान दिया है। सीएम सुक्खू ने कहा कि बिजली कर्मचारी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। लेकिन अब समय आ गया है, जब बिजली बोर्ड को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इन कर्मचारियांे से बात करेंगे। उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। यह भी पढ़ें :पीएम मोदी का हिमाचल को दिवाली तोहफा, दी करोड़ों की सौगात, जानें क्या-क्या मिला

सीएम बोले बिजली बोर्ड चलाना हो जाएगा मुश्किल

सीएम सुक्खू ने कहा कि बिजली बोर्ड लगातार घाटे में जा रहा है। ऐसे में बिजली बोर्ड में सुधार की जरूरत है। सीएम सुक्खू ने साफ कहा है कि पिछले काफी सालों से जहां सुधार होने चाहिए थे, वहां पर सुधार नहीं हुआ। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कहीं ऐसा ना हो कि कुछ समय बाद बिजली बोर्ड में ऐसी स्थिति पैदा हो जाए, जिससे बिजली बोर्ड को चलाना ही मुश्किल हो जाए। यह भी पढ़ें : आखिर क्यों बेरहम बना पति, 22 वर्षीय पत्नी को भेजा परलोक; सामने आई वजह

बिजली कर्मचारियों से लिए जाएंगे सुधार

सीएम सुक्खू ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी और पेंशन भोगियों के वेतन और पेंशन पर अढ़ाई रुपए प्रति यूनिट का खर्च आता है। हम सबसे सस्ती दरों पर बिजली खरीदते हैं और सबसे महंगी दरों पर बेच रहे हैं। कहीं पांच तो कहीं सात रुपए प्रति यूनिट बिजली बेची जा रही है। इसको ठीक करने की जरूरत है। इसके लिए बिजली बोर्ड के कर्मचारियों से बात की जाएगी और उनसे इस विषय पर सुझाव लिए जाएंगे। यह भी पढ़ें : हिमाचल में कारोबारी के बेटे को वाहन ने कुचला, CCTV में कैद हुई पूरी घटना

बीते रोज ही प्रदेश भर में किया था धरना प्रदर्शन

बता दें कि हिमाचल में बिजली बोर्ड के कर्मचारी अपनी मांगांे को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इन कर्मचारियों और पेंशनरों ने पिछले रोज ही प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन किए थे। हालांकि इससे पहले उन्होंने ब्लैकआउट की भी चेतावनी दी थी, लेकिन दिवाली के त्यौहार को देखते हुए ब्लैकआउट को दिवाली के बाद किए जाने की चेतावनी दी है। यह भी पढ़ें हिमाचल : पार्क करते वक्त खाई में गिरी कार, एक ही परिवार के पांच लोग थे सवार

इन मांगों को लेकर सड़कों पर हैं बिजली कर्मचारी

बिजली बोर्ड संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि अन्य विभागों की तरह उन्हें भी ओपीएस के दायरे में लाया जाए। इसके अलावा बिजली बोर्ड में सरकार द्वारा खत्म किए गए पदों को दोबारा से बहाल किया जाए। वहीं आउटसोर्स पर भर्ती चालकों को नौकरी से निकालने के फैसले को वापस लेने की मांग की है। बिजली बोर्ड संघ ने उनकी मांगें ना मानने पर दिवाली के बाद अपने आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी है।

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