शिमला। बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल के मंडी से सांसद कंगना रनौत की रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिरी फिल्म इमरजेंसी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने यू/ए सर्टिफिकेट दे दिया है। हालांकि सेंसर बोर्ड ने कंगना की इस फिल्म में तीन कट और 10 बदलाव करने को कहा है। इन कटों और बदलाव के बाद ही कंगना की फिल्म इमरजेंसी रिलीज हो पाएगी।
6 सितंबर को होनी थी फिल्म रिलीज
इससे पहले कंगना रनौत इस फिल्म को 6 सिंतबर को रिलीज करने वाली थी। लेकिन इससे पहले सिख संगठनों ने कंगना रनौत की इस फिल्म का विरोध शुरू कर दिया। सिख संगठनों का कहना था कि कंगना रनौती की इस फिल्म में सिखों को आतंकी बताया गया है। जिसके विरोध में यह सिख संगठन सड़कों पर उतर आए थे। सिख संगठनों के विरोध के चलते ही यह फिल्म 6 सितंबर को रिलीज नहीं हो पाई।
यह भी पढ़ें: हिमाचल : घर से काम पर जाने की बात कह कर निकला था जलवाहक, पौंग में मिली देह
कंगना ने अनकट फिल्म रिलीज करने की पकड़ी थी जिद्द
हालांकि सिखों के विरोध के बाद भी कंगना ने बयान दिया था कि वह अपनी फिल्म को बिना कांट छांट के प्रदर्शित करेगी। कंगना रनौत का कहना था कि मैंने अपने पूरे स्वाभिमान से फिल्म बनाई है, इसलिए सेंसर बोर्ड कोई चीज पॉइंट आउट नहीं कर पा रहा है।
यह भी पढ़ें: देश की मंडियों में हिमाचली सेब की धूम, अभी तक पहुंचे 93 लाख बॉक्स
उन्होंने मेरा सर्टिफिकेट रोका हुआ है, लेकिन मैंने ठान लिया है कि मैं अपनी फिल्म को अनकट रिलीज करूंगी, इसके लिए चाहे मुझे कोर्ट क्यों ना जाना पड़े। मैं अचानक ये नहीं दिखा सकती कि इंदिरा गांधी अपने आप ही घर में मर गईं।
कोर्ट में भी चल रहा मामला
हालांकि यह मामला कोर्ट में भी चल रहा है। जिसकी सुनवाई पहले 4 सिंतबर को हुई थी और अगली सुनवाई 18 सिंतबर को रखी गई है। 4 सिंतबर को बॉम्बे हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को 18 सितंबर तक फिल्म को लेकर ऑब्जेक्शन क्लियर करने और सर्टिफिकेट देने के निर्देश दिए थे।
तीन कट 10 बदलाव के बाद प्रदर्शित होगी कंगना की फिल्म इमरजेंसी
ऐसे में अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने तीन कट और 10 बदलावों के बाद कंगना की फिल्म इमरजेंसी को यू ए सर्टिफिकेट देने का निर्णय लिया है। इस फिल्म के कुछ सीन पर सीबीएफसी ने आपत्ति जताई है। जिसके चलते इसमें तीन कट और कुछ बदलाव करने को कहा गया है। यही नहीं सेंसर बोर्ड में फिल्म इमरजेंसी में दिखाए गए विवादित बयानों पर फैक्ट्स दिखाने को भी कहा है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल : घर से काम पर जाने की बात कह कर निकला था जलवाहक, पौंग में मिली देह
इन शब्दों पर लगाने होंगे कट
- सीबीएफसी ने कहा है कि मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति की गई "अपमानजनक टिप्पणी" और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को "खरगोशों की तरह प्रजनन" करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने होंगे।
- सेंसर बोर्ड ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी है। इनमें अधिकतर दृश्य वे हैं, जिन पर सिख संगठनों की तरफ से आपत्ति जताई गई है।
- फिल्म के एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें उन्हें बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है।
- खासकर वो सीन जहां एक सैनिक एक नवजात बच्चे और तीन महिलाओं के सिर को धड़ से अलग कर देता है।
- सीबीएफसी ने इस सीन पर भी अपनी आपत्ति जताई है। बोर्ड ने मेकर्स को फिल्म से इस सीन को बदलने या फिर पूरी तरह डिलीट करने की मांग की है।
- माना जा रहा है कि इन कटों के बाद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी बड़े पर्दे पर रिलीज हो जाएगी। इसके लिए लोगों को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: HRTC का बेलगाम स्टाफ – बस खराब होने का बनाया बहाना, 7 KM पीछे उतार दी सवारियां
सिख संगठनों ने क्यों किया विरोध
- दरअसल कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस फिल्म का एक ट्रेलर रिलीज किया था। जिसमें बताया गया था कि यह फिल्म छह सितंबर को रिलीज होने वाली है। लेकिन इसी बीच सिख संगठनों ने इस फिल्म का विरोध शुरू कर दिया।
- सिख संगठनों का कगना था कि इस फिल्म में सिखों को आतंकी दिखाने का प्रयास किया गया है।
- सिख संगठनों का कहना था कि फिल्म में एक करेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया गया है।
- सिख संगठनों का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।
- कंगना की इस फिल्म में हजारों सिखों ने मुंबई में विरोध किया था।
- सिख कंगना के मुंबई स्थित बंगले के बाहर पहुंच गए थे और यहां पर विरोध प्रदर्शन किया था।
- उन्होंने कंगना रनोट के पोस्टर्स पर चप्पल मारी और फिल्म के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
- सिख समुदाय ने चेतावनी दी थी कि वह किसी भी सूरत में इस फिल्म मुंबई के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे।
- उनका दावा था अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
जानें क्यों चाहिए होता है यू ए सर्टिफिकेट
यू/ए सर्टिफिकेट का मतलब है अप्रतिबंधित के साथ सावधानी। ऐसी फिल्मों को 2 साल से कम उम्र के दर्शकों के लिए माता.पिता के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ये फिल्में परिवार के साथ देखी जा सकती हैं, लेकिन बच्चों को बड़ों के मार्गदर्शन की इसमें जरूरत पड़ती है।