शिमला। हिमाचल प्रदेश में बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा एक बेहद सकारात्मक पहल चलाई जा रही है। इस योजना के तहत बेटियों को पढ़ाने में आर्थिक रूप से सहायता मिलती है। इस योजना का नाम है 'बेटी है अनमोल'।
इस योजना के माध्यम से सरकार लड़की के जन्म के बाद डाकघर या बैंक खाते में 21,000 रुपये जमा करेगी। इसका उद्देश्य लड़कियों को आवश्यक वित्तीय सहायता और शिक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनाना है। किताबों के लिए कक्षा 1 से स्नातक तक प्रति वर्ष 450/- से 5000/- रुपये तक की वार्षिक छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।
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योजना का उद्देश्य
- बालिका जन्म के प्रति परिवार/समुदाय के सम्मान की नकारात्मक धारणा को बदलना।
- लड़कियों के बाल विवाह को रोकना।
- लड़कियों का स्कूलों में प्रवेश एवं अध्ययन जारी रखना।
- आय सृजन गतिविधियों को अपनाने के लिए लड़कियों को सहायता प्रदान करना।
- लड़कियों को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
- हिमाचल प्रदेश की लड़कियों को वित्तीय सहायता।
- लड़कियां छात्रवृत्ति के माध्यम से पढ़ाई कर सकती हैं, जिसमें उन्हें पोशाक या किताबें दी जाती हैं
फ़ायदे
कैसे मिलेंगे पैसे
- जन्म के समय 21,000/-
- कक्षा 1 से 3 तक 450/- प्रति वर्ष
- कक्षा 4 में 750/- प्रति वर्ष
- कक्षा 5 में 900/- प्रति वर्ष
- कक्षा 6वीं से 7वीं तक 1050/- प्रति वर्ष
- कक्षा 8 में 1200/- प्रति वर्ष
- कक्षा 9वीं से 10वीं तक 1500/- प्रति वर्ष
- कक्षा 11वीं से 12वीं तक 2250/- प्रति वर्ष
- बी.ए., बी.कॉम, बी.एससी., आदि 5000/- प्रतिवर्ष
- बीई, बी.टेक, एमबीबीएस, एलएलबी, बी.एड 5000/- प्रतिवर्ष
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पात्रता
- अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- उन लड़कियों के लिए जो गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) हैं।
- प्रत्येक बीपीएल परिवार से केवल दो बालिकाएं ही पात्र हैं।
- 5 जुलाई 2010 के बाद जन्म लेने वाली सभी बीपीएल बालिकाओं को 12वीं कक्षा तक पढ़ाई का लाभ मिल सकेगा।
- लाभार्थी लड़की की शादी 18 वर्ष की आयु पूरी होने से पहले नहीं होनी चाहिए।
- 5 जुलाई 2010 के बाद जन्मी बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
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आवेदन प्रकिया
ऑनलाइन
आवेदन कैसे करें
- आवेदक ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
- फॉर्म भरने के बाद उसे आगे की कार्रवाई के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सौंप दें।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता डाकघर या बैंक में खाता खोलेंगी।
- 18 वर्ष पूर्ण होने पर सम्पूर्ण राशि बालिका को प्रदान की जाएगी।
- प्रवेश के बाद छात्रवृत्ति पाने के लिए।
- अभिभावकों द्वारा स्कूल के प्रधानाध्यापक को एक आवेदन पत्र लिखा जाएगा।
- प्रधानाध्यापक इसे बेटी है अनमोल योजना के परियोजना अधिकारी को देंगे।
- इसे परियोजना अधिकारी द्वारा पारित किया जाएगा।
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आवश्यक दस्तावेज़
- सहकारी दस्तावेज़
- वास्तविक हिमाचली प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी
- बीपीएल प्रमाण पत्र का प्रमाण
- आवेदक की जन्म तिथि का प्रमाण
- आवेदक के स्कूल के प्रधानाध्यापक का पत्र
- पहचान प्रमाण